यूक्रेन के बूचा शहर में रूसी सेना के नरसंहार के बाद भी क्या रूस यूनाइटेड नेशन्स ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) का सदस्य बना रहेगा? संयुक्त राष्ट्र महासभा संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख मानवाधिकार निकाय से रूस को निलंबित किया जाए या नहीं इस पर मतदान करेगी. इससे पहले अमेरिका और ब्रिटेन ने भी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से रूस को बाहर करने की बात कह चुके हैं.
यूएनजीए अध्यक्ष कार्यालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र निकाय का आपातकालीन विशेष सत्र में संबोधित करेगी.
47 सदस्य हैं मानवाधिकार परिषद में
मानवाधिकार परिषद में 47 सदस्य देश हैं, जो महासभा के अधिकांश सदस्यों द्वारा गुप्त मतदान द्वारा सीधे और व्यक्तिगत रूप से चुने जाते हैं. महासभा, उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत से 'मानवाधिकारों के घोर और व्यवस्थित उल्लंघन करने वाले परिषद के सदस्य की परिषद में सदस्यता निलंबित कर सकती है.
संयुक्त राष्ट्र वॉच के कार्यकारी निदेशक हिलेल नेउर ने कहा कि इतिहास में ये दूसरी बार है कि यूएनएससी के कुछ सदस्यों को परिषद से बाहर निकाला जा सकता है. उधर, अमेरिका ने घोषणा की कि हम और अन्य यूरोपीय देश मिलकर यूक्रेन के लिए काम करेंगे.
नेउर ने कहा कि उत्पीड़न के शिकार यूक्रेन को सशक्त बनाना और उसे ऊपर उठाना है. उन्होंने कहा कि मानवाधिकार और लोकतंत्र की रक्षा के लिए परिषद से रूस को निलंबित करने के लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है. नेउर ने परिषद में गैर-लोकतांत्रिक देशों की सदस्यता पर भी सवाल उठाया. उन्होंने दावा किया कि रूस को मानवाधिकार परिषद से बाहर किया जाना तय है, क्योंकि कुछ ही सदस्य उनके पक्ष में मतदान करेंगे.
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