'सेना से गंदगी साफ करो मुनीर, ये सिर्फ शुरुआत...', ISI के पूर्व चीफ को सजा मिलने पर बोले पाकिस्तानी सांसद

पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत अगस्त 2024 से शुरू हुए 15 महीने की लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल ने फैज हमीद को 14 साल की सजा सुनाई थी.

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पाकिस्तान में जारी राजनीतिक अस्थिरता पर रिपोर्ट ने किए चौंकाने वाले खुलासे (Photo: Reuters) पाकिस्तान में जारी राजनीतिक अस्थिरता पर रिपोर्ट ने किए चौंकाने वाले खुलासे (Photo: Reuters)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:29 PM IST

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के पूर्व चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को सैन्य अदालत ने 14 साल जेल की सजा सुनाई है. पाकिस्तान में इतने बड़े सैन्य पद पर रहे किसी शख्स को सजा मिलने पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इसे लेकर अब एक रिपोर्ट भी सामने आई है.

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई के पूर्व चीफ फैज हमीद को 14 साल की सजा मिलना एक शुरुआत भर है. नौ मई 2023 को पाकिस्तान में हुई हिंसा में शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ नए-नए मुकदमों की बौछार शुरू हो सकती है. पाकिस्तानी सांसद फैजल वावड़ा ने इसके लिए आसिम मुनीर का आभार भी जताया है.

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रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी सांसद फैसल वावड़ा ने फैज हमीद को सजा सुनाए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि ये तो सिर्फ शुरुआत है. 9 मई दंगों से जुड़े आरोप अभी बाकी हैं. वावड़ा ने फील्ड मार्शल आसिम मुनीर का आभार जताते हुए कहा कि सेना से गंदगी साफ होती रहनी चाहिए.

बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व आईएसआई चीफ फैज हमीद को गुरुवार को मार्शल कोर्ट ने 14 साल कैद की सजा सुनाई थी. उन पर ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट का उल्लंघन करने और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने सहित कई आरोप साबित हुए.

सेना की ओर से जारी बयान में सैन्य कानूनों के तहत फैज को सजा सुनाए जाने का जिक्र था, लेकिन सबसे ज्यादा ध्यान खींचा गया इस बयान के आखिरी पैराग्राफ ने, जिसमें कहा गया कि दोषी की राजनीतिक तौर पर उकसाने और अस्थिरता पैदा करने में शामिल राजनीतिक तत्वों के साथ मिलीभगत है. इसके साथ ही उसकी कुछ अन्य मामलों में संलिप्तता भी है. 

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रिपोर्ट के अनुसार, 15 अगस्त 2024 को आईएसपीआर ने कहा था कि कुछ रिटायर्ड अफसरों के इशारे पर और उनके साथ मिलीभगत से अस्थिरता पैदा करने की कोशिशों की जांच जारी है. 

फैज हमीद की गिरफ्तारी के समय बयान में कहा गया था कि रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तान आर्मी एक्ट के कई उल्लंघनों के सबूत मिले हैं. कुछ दिन बाद आईएसपीआर ने खुलासा किया कि 9 मई 2023 के दंगों में उनकी संलिप्तता की भी जांच हो रही है, जिनमें सैन्य इमारतों और स्मारकों को नुकसान पहुंचाया गया था. 

फैज हमीद पर नए नहीं हैं आरोप

फैज हमीद पर राजनीतिक दखलअंदाजी के आरोप नए नहीं हैं. 2017 में फैजाबाद धरने के समझौते में गारंटर की भूमिका के कारण वे सुर्खियों में आए थे. पीटीआई की सरकार में वे तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के किचन कैबिनेट का अहम हिस्सा बन गए थे और कुछ खबरों के मुताबिक इमरान खान व उनकी पत्नी बुशरा बीबी के बहुत करीबी थे.

2020 में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सार्वजनिक रूप से फैज हमीद और तत्कालीन आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा पर उनकी तीसरी बार सत्ता से बेदखली का आरोप लगाया था. उस समय नवाज ने कहा था कि जनरल फैज, ये सब आपके हाथों हुआ है, आपको जवाब देना होगा. 2022 में एक वायरल वीडियो में रिटायरमेंट के बाद फैज हमीद किसी कार्यक्रम में दिखे, जहां एक पीटीआई नेता उनकी तारीफ कर रहे थे और उन्हें राजनीति में आने का न्योता दे रहे थे.

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हालांकि फैज हमीद ने टीवी पर साफ कहा था कि दो साल की पाबंदी के बाद भी और उसके बाद भी मैं राजनीति में नहीं आऊंगा. मार्च 2024 में उनके भाई नजफ हमीद को भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. चकवाल में दर्ज केस में उन पर रिश्वत, अधिकार के दुरुपयोग और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने के इल्ज़ाम लगे. कई लोगों का दावा था कि भाई के आईएसआई चीफ रहते नजफ क्षेत्र में बहुत ताकतवर हो गए थे.

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