पाकिस्तान: अविश्वास प्रस्ताव पर 25 मार्च को वोटिंग, इमरान का बागियों को ऑफर- वापस आ जाएं, माफ कर दूंगा

इमरान खान ने कहा है कि वे नेशनल असेंबली के बागी सदस्यों को माफ करने के लिए तैयार हैं, अगर वे वापस पार्टी में आ जाएं. इन सदस्यों ने सरकार के खिलाफ विपक्ष से रिश्वत लेकर गलती की है.

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान

aajtak.in

  • इस्लामाबाद ,
  • 20 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 11:18 PM IST
  • बागियों ने विपक्ष से रिश्वत लेकर कर दी है गलती- इमरान
  • इमरान सरकार के खिलाफ 25 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग

पाकिस्तान नेशनल असेंबली में इमरान खान की सरकार के खिलाफ शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. इमरान खान ने 2018 में पाकिस्तान के पीएम का पद संभाला था. विपक्ष के करीब 100 सांसदों ने इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. बताया जा रहा है कि इमरान खान की पार्टी के भी कुछ सदस्य उनके खिलाफ हैं. ऐसे में इमरान खान ने अपनी पार्टी के बागी नेताओं को ऑफर दिया है. 

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इमरान खान ने रविवार को कहा कि वे नेशनल असेंबली के बागी सदस्यों को माफ करने के लिए तैयार हैं अगर वे वापस पार्टी में आ जाएं. इमरान खैबर पख्तूनख्वा के मलकान में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि इन सदस्यों ने सरकार के खिलाफ विपक्ष से रिश्वत लेकर गलती की है. 

पीएम इमरान खान ने कहा कि पार्टी का नेता आपके लिए पिता के समान होता है. सोशल मीडिया के चलते देश राजनीति के बारे में बहुत जागरूक हो गया है. उन्होंने कहा कि देश का एक बच्चा भी जानता है कि जब पार्टी का कोई सदस्य टर्नकोट बन जाता है तो इसमें पैसा शामिल होता है. इमरान खान ने कहा कि ये पूरे देश को पता चल जाएगा कि MNA ने चोरों के पक्ष में मतदान करके अपना विवेक बेचा है. 

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उन्होंने अपनी पार्टी के बागी सदस्यों को चेतावनी देते हुए कहा, अगर आप विपक्ष के पक्ष में वोट करते हैं तो आप सार्वजनिक समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे और जब आप के बच्चे बड़े हो जाएंगे तब कोई भी आपके बच्चों से शादी नहीं करेगा. 

विपक्ष पर साधा निशाना

इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों के लिए अब निर्णय लेने का समय आ गया है. उन्होंने कहा, युवा उस पार्टी का समर्थन करेंगे जिसने पाकिस्तान के लिए काम किया है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि PML-N ने सत्ता में रहते समय पीपीपी के आशिफ अली जरदारी को जेल में डाला. जबकि PPP पार्टी की सरकार के दौरान पेपर मिल केस में PML-N के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज हुआ. 

उन्होंने कहा कि पीएमएल-एन ने ही जेयूआई-एफ के मौलाना फजलुर्र रहमान को 'डीजल' नाम से बुलाया था. पीएमएल-एन ने उन पर पीपीपी से पैसे लेने के बाद डीजल परमिट बेचने का आरोप लगाया था. ऐसे में मैं विपक्ष से सवाल पूछना चाहता हूं कि  क्या हर चीज तभी खराब होती है जब आपका विरोधी करता है. जब आप उससे हाथ मिलाते हैं तो क्या वो अच्छा हो जाता है. 

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