विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका के दौरे पर हैं. यहां वह UNGA80 की हाई लेवल जनरल डिबेट में शामिल होने के लिए आए हैं. यह डिबेट 23 से 29 सितंबर तक चलेगी. 27 सितंबर को जयशंकर भारत की ओर से महासभा को संबोधित करेंगे. UNGA80 के ओपनिंग के मौके से पहले जयशंकर ने फिलीपींस के विदेश सचिव थरेसा लाजारो से मुलाकात की.
जयशंकर ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी कि थरेसा लाजारो से उनकी मुलाकात हुई और इस दौरान दोनों देशों के बीच मौजूदा रणनीतिक साझेदारी, रक्षा-सुरक्षा और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग को विस्तार देने पर चर्चा हुई.
इस मुलाक़ात के दौरान दोनों नेताओं ने हाल में ही फिलीपींस के राष्ट्रपति बोंगबोंग मार्कोस के भारत यात्रा और द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत बनाने को लेकर फ़ॉलोअप चर्चा हुई.
फिलीपींस के राष्ट्रपति बोंगबोंग ने पिछले महीने अगस्त में भारत की 5-दिवसीय राजकीय यात्रा की थी. इस दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों की 75वें वर्षगांठ का जश्न मनाया और कई समझौतों को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई गई. जैसे - व्यापार, रक्षा, पर्यटन और फार्मास्युटिकल.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उस समय फिलीपींस के साथ दोस्ती पर कमेंट किया था. उन्होंने भारत-फिलीपींस को “मित्र और भागीदार” बताया था और साथ ही संबंधों को नया आयाम देने पर ज़ोर दिया था.
भारत-फिलीपींस के रिश्ते अच्छे होने से चीन पर क्या फर्क पड़ेगा?
भारत-फिलीपींस के रिश्ते अच्छे होने से रक्षा सहयोग में इजाफा हुआ है. संयुक्त नौसैनिक अभ्यास से दक्षिण चीन सागर में एक नया एक्टिव कॉम्पिटिटर पैदा हुआ है. इस क्षेत्र में अब तक चीन का दबदबा रहा है, जिसे अब तक किसे ने भी चैलेंज नहीं किया.
हाल में ही फिलीपींस ने ब्रह्मोस मिसाइलें भी खरीदी हैं, जो दर्शाता है कि वह अपने रक्षा प्रणाली को मज़बूत करना चाहता है. इससे क्षेत्रीय सैन्य संतुलन में इजाफा होगा.
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