आसान नहीं ये जमीनी लड़ाई.. हमास का 'चक्रव्यूह' तोड़ पाएगी गाजा में घुसी नेतन्याहू की सेना?

22 दिनों से इजरायल आसमान से गाजा पर बमों की बारिश कर रहा है, लेकिन नेतन्याहू की सेना अब एक कदम और आगे बढ़ गई है. इजरायली सेना अब जमीन के रास्ते गाजा में घुस गई है. गाजा के भीतर टैक गरज रहे हैं. लगातार भारी बमबारी की जा रही है. इजरायली वायुसेना गाजा में सुरंगों और अहम इमारतों पर हमले कर रही है.IDF ने ठान लिया है कि वो हमास को खत्म करके ही मानेगा.

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इजरायल की सेना तीन मोर्चों से गाजा पर अटैक कर रही है इजरायल की सेना तीन मोर्चों से गाजा पर अटैक कर रही है

aajtak.in

  • तेल अवीव,
  • 28 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 12:00 AM IST

इजरायल-हमास की जंग पर इस वक्त पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं. इस युद्ध ने पूरी दुनिया को 2 गुटों में बांट दिया है. पिछले 22 दिन से इजरायली सेना गाजा पर लगातार हमले कर रही है. लिहाजा गाजा पट्टी में हालात बद से बदतकर होते जा रहे हैं. अब सवाल ये है कि आखिर युद्ध किस दिशा में जा रहा है. सबसे पहले बात करते हैं गाजा में हो रहे इजरायल के धमाकों की. जहां इजरायल की सेना गाजा में जमीन के रास्ते एंट्री ले चुकी है. इजरायल के ताकतवर टैंक हमास के ठिकानों को टारगेट कर रहे हैं. छोटी-छोटी सर्जिकल स्ट्राइक की जा रही है.

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गाजा में बमों की आग और धुआं रह रहकर गाजा के शहरों के सन्नाटे को चीर रहा है. हर तरफ से चीत्कार उठ रही है. दिन-रात, सुबह-शाम गाजा पर बम गिर रहे हैं. तबाही का ऐसा मंजर दुनिया ने हाल के सालों में शायद ही देखा हो. जंग के 22वें दिन ये तबाही और गहरी और वीभत्स हो गई है. गाजा की तबाही का आलम कुछ ऐसा है कि यहां 40 फीसदी इमारतें जमींदोज हो चुकी है. हर तरफ गिरी इमारतों का मलबा है. पानी-बिजली-इंटरनेट सब कुछ कट चुका है. इन तबाह इमारतों के बीच लोग जान की गुहार लगा रहे हैं. दूसरी ओर इजरायल थमता हुआ नहीं दिख रहा.

हमलों की रोज नई किश्त जारी हो रही है. 24 घंटे में इजरायल ने हमास  के 250 ठिकानों पर बमबारी की है. इजरायल के मरकावा टैंक लगातार गाजा पट्टी की सीमा में दाखिल हो रहे हैं. फैंसिंग को तोड़कर ये टैंक लगाातार गाजा में जा रहे हैं. ये फाइनल अटैक की तैयारी है. 2 शहरों पर इजरायल की सेना ने जमीनी हमले किए गए हैं. ये शहर हैं बैत हानून और अल बुरेजी.

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वेस्ट गाजा सिटी में 100 लोगों की हत्या का दावा

IDF प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हागारी ने कहा कि शुक्रवार रात IDF ने उत्तरी गाजा पट्टी के क्षेत्र में प्रवेश किया और जमीन पर गतिविधि बढ़ा दी. इस गतिविधि में पैदल सेना, इंजीनियरिंग, तोपखाने की सेनाएं भाग ले रही हैं, जो भारी गोलाबारी के साथ हैं. ऑपरेशन का विस्तार युद्ध के सभी लक्ष्यों को पूरा करता है. हमलों में इजरायल व्हाइट फॉस्फोरस बमों का इस्तेमाल कर रहा है. इससे हमास भी दहल गया है. वेस्ट गाजा सिटी में इजरायल के ताजा हमलों में 100 लोगों के मरने की दावा किया गया है. इजरायल के मरकाव टैंक गाजा पट्टी में हर तरफ तबाही मचा रहे हैं. अभी तक की रणनीति ये है कि इजरायल छोटे-छोटे जमीनी हमले करके हमास की कमर तोड़ रहा है.

तीन मोर्चों पर जंग लड़ रहा है इजरायल

अब इजरायल तीन मोर्चों पर जंग लड़ने के लिए तैयार है. पहला मोर्चा आसमान से हो रही बमों की बारिश, जिसकी शुरूआत 7 अक्टूबर से ही हो चुकी थी. दूसरा मोर्चा समंदर से गाजा पर हमला. इस पर भी इजरायल का एक्शन जारी था. चुनौती तीसरे मोर्चे की थी, जिसके लिए इजरायल अब तैयार हो चुका है. IDF प्रवक्ता ने कहा कि सेनाएं अभी भी मैदान में हैं और युद्ध जारी रखे हुए हैं. कल रात की गतिविधि के संबंध में हमारी सेनाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ है. हम भारी गोलाबारी से अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए प्रयास करना जारी रखेंगे. 

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तुर्की-मिस्र, सऊदी अरब ने जमीनी हमलों को लेकर जताई चिंता

जॉर्डन के विदेश मंत्री कह चुके हैं कि इजरायल ने जमीनी जंग शुरू कर दी है. हमास ने भी कहा है कि वो इजरायल की सेना के ग्राउंड अटैक का सामना कर रहा है, लेकिन इजरायल ने इससे भी खतरनाक रणनीति अपनाई है. जिसमें गाजा को हर तरफ से घेरा जाएगा. अमेरिका का भी कहना है कि  इजरायल-हमास युद्ध में 'खतरनाक क्षण' आ गया है. UN में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा किइस जंग का सबसे खतरनाक मोड़ आ गया है. ना केवल फिलिस्तीन इजरायल के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए भी. उन्होंने कहा कि इतनी मौतें इतनी तबाही कि इंसानियत से भरोसा उठ जाए. वहीं तुर्की और मिस्र ने भी जमीनी अटैक को लेकर चिंता जताई है.इजरायली विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा कि तुर्की के बार-बार इजरायल विरोधी बयानों के कारण इजरायल तुर्की से अपने राजनयिकों को वापस बुलाएगा. इज़राइल तुर्की के साथ अपने संबंधों का पुनर्मूल्यांकन करेगा. वहीं, सऊदी अरब ने भी इज़राइल के जमीनी अटैक की निंदा की, एक बयान में कहा गया है कि इससे फिलिस्तीनी नागरिकों के जीवन को खतरा होगा और जिसके परिणामस्वरूप अमानवीय खतरे होंगे.

जमीन पर उतरे बिना हमास का खात्मा नामुमकिन

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इजरायल की जनता भी चाहती है कि सेना जमीनी हमले में जोरदार तेजी लाए. क्योंकि बिना जमीन पर उतरे हमास का खात्म करना नामुमकिन है. इजरायल के टैंक भले ही गाजा की सीमा में प्रवेश कर चुके हों, लेकिन गाजा की गलियों में आम नागरिकों के बीच छिपे हमास के आतंकियों को खत्म करना इतना आसान नहीं हैं. यहां हमास ने अपनी सुरक्षा के लिए पूरा चक्रव्यूह बनाया हुआ है. जहां सुरक्षाकवच के लिए मासूम नागरिकों और बच्चों को ढाल की तरह वो इस्तेमाल करता है. ऐसे में इजरायल के लिए हमास से जमीनी लड़ाई लड़ना आसान नहीं हैं, लेकिन इजरायल भी जानता है कि अगर हमास को खत्म करना है तो सिर्फ आसमान से बमों की बारिश काफी नहीं है, उसके लिए जमनी पर उतरना होगा. ऐसे में पूरी तैयारी के साथ इजराइल अपने इस मिशन को फूंक-फूक कर आगे बढ़ा रहा है.

इजरायली हमले में मारा गया अबु रकाबा

इजरायल का दावा है कि शुक्रवार की रात को 250 ठिकानों निशाना बनाया गया. जिसमें 150 अंडरग्राउंड सुरंगें और बंकर थे. इजरायली सेना को सबसे बड़ी सफलता उत्तरी गाजा पट्टी में मिली. दावा किया गया कि एयरस्ट्राइक में हमास के ड्रोन विभाग का कमांडर असीम अबु रकाबा मारा गया. इजरायल की मानें तो अबु रकाबा ने हमास के आतंकियों को पैराग्लाइडिंग ट्रेनिंग दी... रकाबा ने ही आतंकियों को सिखाया कि कैसे पैराग्लाइडर से बॉर्डर पार करना है. अबु रकाबा इजरायली सैन्य अड्डों पर ड्रोन से हमले भी करता था, ड्रोन से हमले का पूरा कंट्रोल रक्काबा के पास ही था. 

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हमास को खत्म करना आसान नहीं

इजरायल के लिए हमास को खत्म करना इतना आसान नहीं हैं. युद्ध के 22 दिन बाद भी इजरायल की सेना हमास को खत्म नहीं कर पाई है. सूत्रों की मानें तो हमास के आतंकी इस तैयारी में हैं कि इजरायल की सेना गाजा में घुसे फिर बताएंगे कि क्या करना है. हमास का सबसे बड़ा हथियार वो नागरिक हैं, जिनकी आड़ में वो आतंक की फैक्ट्री चलाता है.


अल-शिफा अस्पताल पर इजरायल का नया दावा

वहीं, हमास लगातार नागरिकों का हवाला देकर इजरायल पर दबाव बनाने की भी कोशिश कर रहा है. अल-अहली अस्पताल पर अटैक के बाद 500 से ज्यादा लोगों की मौत ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था, जिसे लेकर हमास और इजरायल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे थे. अब इजरायल ने दावा किया है कि गाज़ा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा को हमास ने आतंकी अड्डा बना रखा है. वहीं हमास इसे इजरायल की साजिश बता रहा है.

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