तिब्बत में रविवार तड़के 02:41 बजे (भारतीय समयानुसार) रिक्टर स्केल पर 5.7 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने बताया कि इस भूकंप के झटके भारत में भी महसूस किए गए. हालांकि, शुरुआती जानकारी के अनुसार, किसी भी तरह के नुकसान या हताहत होने की कोई जानकारी नहीं मिली है. भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था, जिससे आफ्टरशॉक की संभावना बढ़ जाती है.
अभी तक किसी चोट या क्षति की जानकारी नहीं मिली है. इससे पहले 8 मई को इस इलाके में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था.
तिब्बत इलाके में क्यों आते हैं भूकंप?
सतही स्तर के भूकंप गहरे भूकंपों की तुलना में ज्यादा रिस्क पैदा करते हैं क्योंकि वे जमीनी स्तर के पास ज्यादा ऊर्जा छोड़ते हैं. इसके परिणामस्वरूप ज्यादा तेज भूस्खलन होता है और गहरे भूकंपीय घटनाओं की तुलना में संभावित रूप से ज्यादा नुकसान होता है.
तिब्बती पठार अपनी भौगोलिक स्थिति की वजह से अक्सर भूकंप से जुड़ी गतिविधियां होती रहती हैं.
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