अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के धार्मिक स्थल पर चार लोगों को कई घंटों तक बंधक बनाए रखने वाले शख्स को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया. संदिग्ध की पहचान ब्रिटिश नागरिक मलिक फैसल अकरम के तौर पर हुई है.
उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से इस घटना को आतंकी कृत्य करार दिया. अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी एफबीआई ने कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि इस हमले में और कोई भी शामिल था.
वहीं, यूके काउंटर टेररिज्म पुलिस ने इस मामले में साउथ मैनचेस्टर से दो टीनेजर को गिरफ्तार किया है. पूछताछ के लिए दोनों को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
अकरम पाकिस्तानी वैज्ञानिक को रिहा करने की मांग कर रहा था. पाकिस्तानी वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी अफगान कस्टडी में रहकर अमेरिकी सैन्य अफसरों की हत्या की कोशिश करने के मामले में दोषी पाई गई थी. आफिया अभी टेक्सास की फेडरल जेल में बंद है.
दरअसल, अकरम ने बेथ इस्राइल कांग्रेगेशन में चार लोगों को बंधक बना लिया था. इस घटना के वक्त सिनेगॉग में चल रहे धार्मिक कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण फेसबुक पर चल रहा था. ऐसे में इसमें देखा जा सकता है कि एक शख्स वहां बंदूक लेकर घुस गया. जिन चार लोगों को बंधक बनाया था, उनमें एक रब्बी (यहूदी धर्म गुरू) भी थे.
एफबीआई के स्पेशल एजेंट इंचार्ज मैट डेसारनो ने बताया कि बंधक बनाने वाला शख्स ऐसे मुद्दे पर केंद्रित था जो सीधे तौर पर यहूदी समुदाय से संबंधित नहीं था और हालिया जांच में यह भी सबूत नहीं मिले कि शख्स किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था, लेकिन जांच एजेंसी हर पहलू से जांच करेगी. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि अकरम ने यहूदी पूजा स्थल को ही क्यों चुना?
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