आंग सान सू की के पूर्व ड्राइवर बनने जा रहे हैं म्यांमार के राष्ट्रपति

आंग सान सू की आखिरकार म्यांमार की राष्ट्रपति बनने की रेस से बाहर हो गईं. आंग सान सू की पार्टी एनएलडी ने उनके खास विश्वासपात्र ह्तिन क्यॉ को राष्ट्रपति के लिए नामांकित किया है.

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आंग सान सू की और ह्तिन क्यॉ आंग सान सू की और ह्तिन क्यॉ

संदीप कुमार सिंह

  • यांगून,
  • 10 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 10:26 AM IST

आंग सान सू की आखिरकार म्यांमार की राष्ट्रपति बनने की रेस से बाहर हो गईं. आंग सान सू की पार्टी एनएलडी ने उनके खास विश्वासपात्र ह्तिन क्यॉ को राष्ट्रपति के लिए नामांकित किया है. इकनॉमिक्स से ग्रैजुएट 69 साल के ह्तिन क्यॉ फिलहाल सू की चैरिटेबल फाउंडेशन चलाते हैं. वह कभी आंग सान सू की के ड्राइवर थे. अब वह म्यांमार के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं.

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जल्द होने वाला है राष्ट्रपति चुनाव
म्यांमार की संसद जल्द ही नया राष्ट्रपति चुनने जा रही है. इस चुनाव में सबसे प्रत्याशित उम्मीदवार की भागीदारी नहीं होने जा रही है. आंग सान सू की नैशनल लीग फोर डेमोक्रेसी (एनएलडी) तीन दशक तक बहुमत में रही है. कई बार सू को अंडर हाउस अरेस्ट भी रखा गया. उन्हें देश के सबसे ऊंचे पद की रेस में शामिल होने से रोक दिया गया है.

2008 में संविधान ड्राफ्ट हुआ था
ऐसे में सत्ताधारी मिलिटरी जुंटा ने 2008 में जिस संविधान को ड्राफ्ट किया था उसकी एक धारा का शुक्रगुजार होना चाहिए. हालांकि तब लोगों का मानना था कि इस धारा के कारण आंग सान सू अपने लोगों को इस पद पर नहीं बैठा पाएंगी.

शासन-प्रशासन में प्रमुख भूमिका निभाएंगी
सू की की नैशनल लीग फोर डेमोक्रेसी के निचले सदन के एक सांसद क्हिन सान ह्लांग ने कहा, 'एनएलडी की ओर से मैं यू ह्तिन क्यॉ का नाम प्रस्तावित करता हूं.' एनएलडी उच्च सदन के लिए भी एक अन्य प्रत्याशी को नामांकित करेगी. सू की ने संकल्प किया है कि सेना के बनाए हुए विधान में अपने ऊपर लगे प्रतिबंध के बावजूद वह देश के शासन-प्रशासन में प्रमुख भूमिका निभाएंगी.

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ऑक्सफोर्ड ग्रैजुएट हैं ह्तिन क्यॉ
राष्ट्रपति के इस पद के लिए आंग सान सू ने अपने करीबी दोस्त और ऑक्सफोर्ड ग्रैजुएट के साथ लंबे समय से एनएलडी के मेंबर रहे ह्तिन क्यॉ को नामांकित किया है. इनके ससुर ने पार्टी को खड़ा में अहम भूमिका अदा की थी. सू की ने इससे पहले कहा था कि इस पद की रेस से उन्हें बाहर किए जाने के बावजूद वह प्रेजिडेंट से ऊपर रहेंगी. जाहिर है ऐसे में ह्तिन क्यॉ के पास बहुत स्वतंत्र शक्ति नहीं होगी.

सू की के दोनों बेटों की ब्रिटिश नागरिकता
म्यामांर के संविधान में प्रावधान किया गया है कि जिनके बच्चों की दूसरे देश की नागरिकता है वे देश के राष्ट्रपति नहीं बन सकते. आंग सान सू की के दोनों बेटों की ब्रिटिश नागरिकता है.

आंग सान सू की के सबसे विश्वासपात्र
69 साल के ह्तिन क्यॉ आंग सान सू की के सबसे करीबी विश्वासपात्र रहे हैं. वह उन लोगों में से हैं जो अंडर हाउस अरेस्ट के दौरान सू की से बेरोकटोक मिल सकते थे. इन्होंने इंग्लैंड में आंग सान सू की के पति के साथ पढ़ाई की है. संसद के दोनों अपर और लोवर हाउस में मिलिटरी की तरफ से वाइस प्रेजिडेंट के लिए नामांकन हुआ है. तीन कैंडिडेट्स में से एक को राष्ट्रपति चुना जाएगा. अपर हाउस में हेनरी वान थियो को नामांकित किया गया है. दूसरी तरफ मिलिटरी ने एयर फोर्स सदस्य खिन ऑन्ग म्यिंट को नामांकित किया है.

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एनएलडी के पास प्रचंड बहुमत
सू की एनएलडी के पास प्रचंड बहुमत है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि एनएलडी के कैंडिडेट क्यॉ आसानी से इस पद पर निर्वाचित हो जाएंगे. हालांकि एनएलडी के पास दोनों सदनों में पर्याप्त बहुमत है. मिलिटरी के पास 25 पर्सेंट सीटें हैं. इसने सत्ताधारी पार्टी की ताकत को कम कर दिया है ताकि वह संविधान में संशोधन न कर सके.

क्यॉ सू की के स्कूल फ्रेंड रहे हैं
कई महीनों तक चली अटकलों के बाद ह्तिन क्यॉ के नाम का चयन किया गया है. 69 वर्ष के क्यॉ सू की के साथ स्कूल जाया करते थे और अब उनके धर्मार्थ फांउडेशन को चलाने में मदद करते हैं. इस बारे में सू की पार्टी के सांसदों को भी अंधेरे में रखा गया क्योंकि पार्टी देश में राजनीतिक बदलाव को लेकर थोड़ा भयभीत है जिसके पीछे वजह देश में सेना का अभी भी मजबूत होना है.

बातचीत विफल रही
गुरुवार को सू की की पार्टी की वेबसाइट पर जारी उनके बयान में उन्होंने कहा, 'यह एनएलडी का समर्थन करने वाले मतदाताओं की इच्छाओं और उम्मीदों को लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.' पार्टी के निचले सदन के सांसद क्हिन सान ह्लाइंग ने क्यॉ के नाम का प्रस्ताव रखा. देश में बहुत से लोगों का मानना है कि लोकतंत्र की समर्थक 70 वर्षीय सू की अभी भी राष्ट्रपति पद की दावेदार रहेंगी. लेकिन कई महीनों तक मजबूत सेना के साथ उनके रास्ते से कानूनी अड़चनों को हटाने के लिए चली बातचीत विफल रही.

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