इराक के कर्बला में क्यों जमा हुए करोड़ों मुसलमान?

इराक के कर्बला में करोड़ों शिया मुसलमान जमा हुए हैं. ये मुसलमान चेहल्लुम के मौके पर कर्बला में जमा होकर फिलिस्तीनी झंडा लहराते दिखे. उनका कहना था कि दुनिया के शिया मुसलमान इजरायली हमले के खिलाफ फिलिस्तीनियों के साथ खड़े हैं.

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इराक के कर्बला में करोड़ों मुसलमान जमा हुए हैं (Photo- AFP) इराक के कर्बला में करोड़ों मुसलमान जमा हुए हैं (Photo- AFP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 2:35 PM IST

इराक के कर्बला में इमाम हुसैन की याद में मनाए जाने वाले चेहल्लुम पर इस साल 2.1 करोड़ शिया मुसलमान पहुंचे. चेहल्लुम दुनिया की सबसे बड़े धार्मिक सभाओं में से एक है जिसमें शिया मुसलमान हिस्सा लेते हैं. इराक और ईरान में शिया मुसलमान बहुसंख्यक हैं. करोड़ों की संख्या में शिया मुसलमानों ने रविवार को कर्बला में जमा होकर गाजा के लिए अपना समर्थन भी दिखाया है.

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चेहल्लुम को अरबीन (Aebaeen) भी कहा जाता है जिसका अरबी में अर्थ है चालीस. चेहल्लुम हर साल पैगंबर मोहम्मद के पोते और शिया इस्लाम के संस्थापक इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों की शहादत के 40वें दिन पर मनाया जाता है.

कर्बला में हुसैन और उनके भाई अब्बास को एक-दूसरे के सामने दो विशाल मकबरों में दफनाया गया है और इसलिए यह जगह शिया मुसलमानों के लिए सबसे पवित्र जगहों में से एक मानी जाती है.

शिया मुसलमान कर्बला में जमा होकर हुसैन की याद में खुद को पीड़ा देते हैं, रोते-बिलखते हुए उन्हें याद करते हैं. 680 में उमय्यद खलीफा यजीद के साथ कर्बला में लड़ाई में हुसैन मारे गए थे.

समाचार एजेंसी एएफपी के फोटोग्राफरों ने बताया कि इस साल के आयोजन में शिया मुसलमान कर्बला में फिलिस्तीनी झंडों को बड़ी संख्या में लहरा रहे हैं. गाजा में रह रहे फिलिस्तीनी फिलहाल इजरायली हमले झेल रहे हैं जिनके समर्थन में शिया मुसलमान फिलिस्तीनी झंडे लहरा रहे हैं.

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कितने शिया मुसलमान पहुंचे कर्बला

अब्बास मकबरे का प्रबंधन करने वाली और कर्बला में पहुंचे शिया मुसलमानों की गिनती पर नजर रखने वाली संस्था ने कहा, 'अरबीन तीर्थयात्रियों की कुल संख्या... 21,480,525 तक पहुंच गई है.'

ईरान के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उनमें लगभग 35 लाख ईरानी तीर्थयात्री हैं.

32 वर्षीय तीर्थयात्री मोहम्मद अल-तमीमी ने एएफपी टीवी से बात करते हुए कहा कि हम फिलिस्तीन के अपने भाई-बहनों के समर्थन में फिलिस्तीनी झंडे लहरा रहे हैं और हम सब इजरायल के गाजा में अपराधों के खिलाफ एक साथ खड़े हैं.

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, कड़ी सुरक्षा के बीच होने वाले अरबीन में पिछले साल 2.2 करोड़ शिया मुसलमान पहुंचे थे. इनमें सबसे अधिक, 40 लाख विदेशी मुसलमान ईरान से आए थे.

इजरायल-हमास की लड़ाई में मारे जा रहे हजारों फिलिस्तीनी

गाजा पर नियंत्रण रखने वाले फिलिस्तीनी संगठन हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर अचानक हमला कर दिया था जिसमें 1,199 लोगों की मौत हो गई थी.

इसके बाद इजरायल ने गाजा में जवाबी कार्रवाई शुरू की थी जो अब तक जारी है. इजरायली हमले में गाजा में कम से कम 40,405 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.

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