गाजा पट्टी में मीडिया संस्थानों की एक इमारत पर हमले को लेकर इजरायल के आर्मी चीफ के बयान से विवाद खड़ा हो गया है. इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गेंट्ज़ ने गाजा पट्टी में स्थित एसोसिएटेड प्रेस और अन्य मीडिया संस्थानों की दफ्तर वाली ऊंची इमारत पर इजरायली बमबारी के बाद अपने सैन्य प्रमुख के दिए एक बयान से दूरी बना ली है. रक्षा मंत्री का कहना है कि सैन्य प्रमुख के बयानों को शब्दशः नहीं लिया जाना चाहिए. इजरायल के सैन्य प्रमुख ने कहा था कि मीडिया संस्थान की इमारत उड़ाए जाने का उन्हें बिल्कुल भी अफसोस नहीं है.
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न्यूज वेबसाइट 12 न्यूज पर प्रकाशित एक लेख में इजरायली सेना के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल अवीव कोहावी को उद्धृत करते हुए कहा गया कि इमारत को ध्वस्त किए जाने का उन्हें कोई अफसोस नहीं है. लेफ्टिनेंट जनरल अवीव कोहावी ने कहा, 'अच्छा ही हुआ कि बिल्डिंग (मीडिया संस्थानों के दफ्तर) को ध्वस्त कर दिया गया' और उन्हें इस लेकर 'रत्तीभर भी अफसोस' नहीं है.
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लेख में दावा किया गया है कि गाजा पर शासन करने वाले चरमपंथी गुट हमास ने "युद्ध" के लिए जला टावर की विभिन्न मंजिलों का इस्तेमाल इजरायल वायु सेना के जीपीएस संचार व्यवस्था को बाधित करने के लिए किया था.
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लेख में कहा गया कि कोहावी ने "एक विदेशी सूत्र" को बताया था कि एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के पत्रकार जाने-अनजाने में हमास के इलेक्ट्रॉनिक्स विशेषज्ञों के साथ इमारत में स्थित एक कैफेटेरिया में हर सुबह कॉफी पीते थे. एपी ने इजरायल के सेना प्रमुख के इस बयान को साफ तौर पर झूठ करार दिया है और कहा है कि इमारत में कोई कैफेटेरिया नहीं था.
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कोहावी की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने विदेशी पत्रकारों से कहा कि सैन्य प्रमुख ने केवल सरसरी तौर पर उन शब्दों का इस्तेमाल किया था. बेनी गैंट्ज़ ने कहा, 'जब सेना प्रमुख इसके बारे में बात कर रहे थे, तो वास्तविक पहलुओं की नहीं बल्कि वह केवल हालात को बयां करने की कोशिश कर रहे थे.'
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बेनी गैंट्ज़ ने दोबारा आरोप लगाया कि जिस इमारत में मीडिया संस्थानों का दफ्तर था, उसमें हमास अपनी गतिविधियों को संचालित कर रहा था. वहीं बेनी गैंट्ज़ की टिप्पणियों पर जब इजरायली सेना के प्रवक्ता के कार्यालय से सवाल किया गया तो उसने भी यही दोहराया कि कोहावी के बयान सांकेतिक थे.
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इजरायली सेना के प्रवक्ता के कार्यालय ने कहा, 'यह कभी दावा नहीं किया गया कि एपी पत्रकार जानबूझकर हमास के सदस्यों के साथ बातचीत कर रहे थे. इसके उलट हमास की गतिविधियों को लेकर एपी पत्रकारों के पास यह जानने का कोई साधन नहीं था कि हमास के लोग भी उस इमारत में थे.'
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सेना के प्रवक्ता ने कहा, "सैन्य प्रमुख ने ऐसी मुठभेड़ की संभावित परिस्थितियों के बारे में बताया, जहां आतंकवादी संगठन हमास आम लोगों के बीच छिपा हुआ था और अपनी गतिविधियों के लिए इमारतों का उपयोग कर रहा था."
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इजरायली सेना ने 15 मई के हवाई हमले से पहले इमारत में रहने वालों को एक घंटे के लिए खाली करने का समय दिया था. हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन गगनचुंबी इमारत मलबे के ढेर में तब्दील हो गई.
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इस बीच, एपी ने कहा है कि उसे इमारत में हमास की मौजूदगी का कोई जानकारी नहीं थी और उस दिन से पहले हमास की किसी भी संभावित उपस्थिति की चेतावनी नहीं दी गई थी. एसोसिएटेड प्रेस ने इस सिलसिले में एक स्वतंत्र जांच की मांग की है. साथ ही मीडिया संस्थान ने इजरायल से अपनी खुफिया जानकारी सार्वजनिक करने का आग्रह किया है.
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रक्षा मंत्री गैंट्ज़ ने कहा कि इज़रायल ने अमेरिकी सरकार के साथ अपनी खुफिया जानकारी साझा की है. गैंट्ज ने संकेत दिया कि उनका सूचना सार्वजनिक करने का कोई इरादा नहीं है.
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