राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित 'प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी' कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार, 31 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेंगे। इस दौरान वे रामलला के दरबार में हाजिरी लगाएंगे और मुख्य 'यजमान' के रूप में अनुष्ठान में भाग लेंगे। यह जानकारी अयोध्या के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने मंगलवार को दी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूजा के बाद मंदिर परिसर में स्थित सात मंदिरों में से एक अन्नपूर्णा मंदिर में ध्वजारोहण भी करेंगे. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे.
जिलाधिकारी के अनुसार, राम मंदिर परिसर में मुख्य धार्मिक कार्यक्रम बुधवार और गुरुवार को आयोजित होंगे, जबकि प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी का अनुष्ठान शुक्रवार तक चलेगा. मंदिर परिसर में शनिवार से ही वैदिक अनुष्ठान और धार्मिक क्रियाएं जारी हैं.
गुरुवार तक VIP पास पर रोक
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक पदाधिकारी के मुताबिक, कार्यक्रम के दौरान 5 से 6 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है. भारी भीड़ को देखते हुए गुरुवार तक वीआईपी पास जारी करने पर रोक लगा दी गई है.
इस अवधि में रामलला के दर्शन और पूजा केवल मुख्य प्रवेश द्वार से ही कराई जाएगी. साथ ही, शहर में वाहनों के प्रवेश पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 36 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं और जरूरत पड़ने पर उन्हें होल्डिंग एरिया में रोककर चरणबद्ध तरीके से दर्शन के लिए भेजा जाएगा.
अयोध्या में वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. नगर को 5 जोन और 10 सुरक्षा सेक्टरों में बांटा गया है. प्रत्येक स्थल पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है, जो हर गतिविधि पर नजर रखेंगे. पुलिस ने हाई अलर्ट जारी किया है.
अतिरिक्त पुलिस बल तैनात
पुलिस के अनुसार, राम मंदिर के अलावा नागेश्वरनाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन, रामपथ और सरयू घाटों पर भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. अयोध्या की सुरक्षा के लिए बाहर के जिलों से करीब 3,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इनमें चार अपर पुलिस अधीक्षक, नौ उपाधीक्षक, 50 निरीक्षक, 150 उपनिरीक्षक और बड़ी संख्या में सिपाही शामिल हैं.
इसके अलावा पीएसी और अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनियां, सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन कैमरे और एंटी-ड्रोन सिस्टम भी सक्रिय कर दिए गए हैं. सभी गतिविधियों की निगरानी कंट्रोल रूम से की जा रही है.
22 जनवरी को हुई थी प्राण प्रतिष्ठा
गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अगले एक हजार वर्षों के लिए मजबूत, सक्षम और दिव्य भारत के निर्माण का आह्वान किया था.
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