उत्तर प्रदेश के पीलीभीत शहर के बीचों-बीच स्थित टनकपुर हाइवे पर ऐसा हादसा हुआ, जिसने देखते ही देखते पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी. शहर के प्रमुख गौहनिया तालाब के पास एक बेकाबू कार अचानक पानी में गिरकर डूबने लगी. कार के अंदर शहर का रहने वाला युवक शिवम फंसा था और उसकी जान पर बन आई थी.
लेकिन तभी एक नाविक और एक राहगीर दिनेश कुशवाहा ने अपनी जान जोखिम में डालकर पानी में छलांग लगा दी और डूबती कार के अंदर फंसे चालक को बाहर निकाल लिया. वह नजारा किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो रहा है.
यहां देखें Video
यह घटना गुरुवार सुबह करीब 10:40 बजे की है. यहां कांशीराम कॉलोनी की ओर से आ रही अर्टिगा कार गौहनिया तालाब के पास पहुंचते-पहुंचते बेकाबू हो गई. तालाब के चारों ओर बैरिकेडिंग नहीं थी तो कार सीधे पानी में जा गिरी और तेजी से डूबने लगी.
कुछ ही मिनटों में भीड़ इकट्ठा हो गई. लोग मोबाइल से वीडियो बनाते हुए डूबती कार को देख रहे थे, लेकिन किसी के कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि चालक को कैसे निकाला जाए. पानी के अंदर कार धीरे-धीरे समा रही थी और चालक भीतर फंसा हुआ जान बचाने की कोशिश कर रहा था.
इसी बीच तालाब में मछली पकड़ रहा एक नाविक और हाइवे से गुजर रहा युवक दिनेश कुशवाहा भीड़ की चिल्लाहट सुनकर वहीं रुके और बिना देर लगाए पानी में कूद पड़े.
फिल्मी अंदाज में रेस्क्यू... अंदर फंसे ड्राइवर को खींचकर बाहर निकाला
डूबती कार के भीतर का नजारा बेहद खतरनाक था. पानी कार में भर चुका था और चालक किसी तरह सांस ले पा रहा था. नाविक तेजी से कार तक पहुंचा और शीशे के पास से अंदर झुककर चालक को खींचने की कोशिश की. कुछ सेकंड तक स्थिति इस कदर गंभीर रही कि देखने वाले दहल गए.
नाविक ने पूरी ताकत लगाकर पानी से जूझते हुए कार के अंदर फंसे शिवम का हाथ पकड़ लिया और बाहर खींचने लगा. उसी दौरान पीछे से दिनेश ने भी तालाब में छलांग लगाई और नाविक की मदद से घायल चालक को किनारे तक लाने में सफल हो गया. यह पूरा घटनाक्रम हैरतअंगेज था. सामने खड़े लोगों की सांसें अटक गईं. अब सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे दो युवकों के साहस ने एक युवक की जिंदगी बचा ली.
चालक की हालत गंभीर, इलाज जारी
रेस्क्यू के तुरंत बाद घायल चालक शिवम को भीड़ ने पुलिस की मदद से बाहर निकाला और मेडिकल कॉलेज भेजा. डॉक्टरों का कहना है कि पानी और घबराहट की वजह से उसकी हालत गंभीर है, इलाज जारी है.
घटना की सूचना मिलते ही नगर मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर, सुनगढ़ी थानाध्यक्ष नरेश त्यागी, फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई. कार को बाहर निकालने में घंटों लग गए. क्रेन की मदद से कार निकाली जा सकी. सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने कहा कि कार तालाब में गिर गई थी. चालक को सुरक्षित निकालकर अस्पताल भेज दिया गया है. कार को निकाल लिया गया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
तालाब के आसपास बैरिकेडिंग, फेंसिंग या चेतावनी बोर्ड तक नहीं
गौहनिया तालाब शहर के बीचों-बीच है और इसके आसपास कई महत्वपूर्ण संस्थान हैं. इनमें मंत्री का आवास, डीएम और एसपी आवास, मेडिकल कॉलेज, कई स्कूल आदि शामिल हैं. इन सबके बीच यह तालाब तीन तरफ से पूरी तरह खुला हुआ है, जहां कोई बैरिकेडिंग, फेंसिंग या चेतावनी बोर्ड तक नहीं है. लोगों का कहना है कि कई वर्षों से यहां सुरक्षा इंतजाम की मांग की जा रही है, लेकिन नगर पालिका से लेकर जिला प्रशासन तक कोई भी ठोस कदम नहीं उठा पाया.
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वार्ड मेंबर सुनीता सिंह ने कहा कि इस तालाब में डूबने की कई घटनाएं हो चुकी हैं. मैंने नगर पालिका चेयरमैन, विधायक, मंत्री और डीएम तक को पत्र भेजा, लेकिन आज तक तालाब चारों तरफ से बंद नहीं हो पाया. जब तक बैरिकेडिंग नहीं लगाई जाएगी, हादसों की आशंका बनी रहेगी. स्थानीय लोगों ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि तालाब का सौंदर्यीकरण का दावा सिर्फ कागजों में है, जमीन पर कोई काम नहीं किया गया.
रेस्क्यू में बहादुरी के साथ तालाब में उतरने वाला युवक दिनेश कुशवाहा मल्लपुर न्यूरिया का रहने वाला है. दिनेश ने कहा कि मैं हाइवे से गुजर रहा था, देखा तालाब के चारों तरफ भीड़ है. लोग सिर्फ डूबती कार की तरफ देख रहे थे. मैंने सोचा अगर अभी कुछ नहीं किया तो युवक की जान चली जाएगी. इसलिए तुरंत कूद गया और नाविक की मदद से उसे बाहर निकाल लिया. दिनेश और नाविक दोनों की बहादुरी की जमकर सराहना हो रही है. लोगों का कहना है कि दोनों बहादुर युवक सच में भगवान बनकर आए. सोशल मीडिया पर लोग दोनों को ‘मसीहा’, ‘हीरो’ कहकर सम्मान दे रहे हैं.
सौरभ पांडे