AMU में धरना प्रदर्शन दे रहा नॉन टीचिंग स्टाफ, अस्थाई नियुक्ति और सैलरी रुकने से नाराज

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नॉन टीचिंग स्टाफ खुले आसमान के नीचे धरना प्रदर्शन कर रहा है. 1600 की संख्या में यह कर्मचारी अपनी स्थाई नियुक्ति और वेतन की मांगों को लेकर एएमयू कैंपस में धरना दे रहे हैं.

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AMU में विरोध प्रदर्शन AMU में विरोध प्रदर्शन

शिवम सारस्वत / अकरम खान

  • अलीगढ़,
  • 07 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 4:44 PM IST

देश की राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. लोग सर्दी से बचने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. ऐसे में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नॉन टीचिंग स्टाफ खुले आसमान के नीचे धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है. 1600 की संख्या में यह कर्मचारी अपनी स्थाई नियुक्ति और वेतन की मांगों को लेकर एएमयू कैंपस में धरना दे रहे हैं. इन कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की बात करें तो दूर-दूर तक अभी इनकी मांगे पूरी होती हुई दिखाई नहीं दे रही हैं. 

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यूनिवर्सिटी के डॉक्टर प्रोफेसर एम वसीम अली का कहना है कि वेतन टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से गवर्नमेंट की तरफ से फंड रिलीज नहीं हुआ है और रही बात सलेक्शन की, तो वह भी यूनिवर्सिटी सलेक्शन कमेटी की तरफ से CRR रूल्स अप्रूवल के लिए भेजा हुआ है.

कर्मचारियों का एक्सटेंशन को लेकर धरना

दरअसल, AMU में 1559 कर्मचारियों के एक्सटेंशन का मामला चल रहा है. कर्मचारियों ने प्रशासनिक कक्ष के सामने दिसंबर माह का वेतन देने और 1 साल सेवा विस्तार की मांग को लेकर धरना दिया था. इसमें स्थायीकरण की मांग भी शामिल थी. कर्मचारियों के दबाव के चलते रजिस्ट्रार की ओर से 6 महीने का सेवा विस्तार करने का पत्र जारी किया था. इसके बाद रजिस्ट्रार और वित्त अधिकारी यूजीसी के अधिकारियों से मिले थे. उन्होंने दिसंबर का वेतन दिए जाने और सलेक्शन कमेटी कराने का प्रस्ताव रखा था. इस पर यूजीसी के अधिकारियों ने विचार करने का आश्वासन दिया है. इससे पहले बिना सलेक्शन कमेटी के सेवा विस्तार करने पर पहले ही सवाल उठाए जाते रहे हैं.

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सैलरी न मिलने से स्टाफ पर आया आर्थिक संकट

एएमयू नॉन टीचिंग स्टाफ की सदस्य शनीरा सिद्दीकी ने बताया कि सैलरी ना मिलने की वजह से उनके सामने आर्थिक संकट की स्थिति पैदा हो गई है. ईएमआई सहित तमाम ऐसे खर्चे हैं, जो रुक गए हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा उनकी सैलरी को रोका जा रहा है. वहीं प्रॉक्टर सैयद वसीम अली का कहना है कि दिसंबर माह की सैलरी ना मिलने की वजह से नॉन टीचिंग स्टाफ के कर्मचारी आंदोलनरत हैं उनकी सैलरी टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से गवर्नमेंट की तरफ से फंड रिलीज नहीं हुआ है. साथ ही एएमयू नॉन टीचिंग स्टाफ की जो भी अन्य मांगे हैं, उनको पूरा करने के लिए यूनिवर्सिटी इंतजामियां कोशिश कर रहा है.

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर वसीम अली का कहना है कि टेक्निकल इश्यूज की वजह से तनख्वाह मिलने में देरी हो रही है. यूजीसी से बात की जा रही है जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा.

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