लोकसभा चुनाव करीब आते ही नेताओं के एक से दूसरे दल में जाने का सिलसिला अब यूपी में भी तेज होता नजर आ रहा है. गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय पर दूसरे दलों के कई नेता पार्टी में शामिल हुए. समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी छोड़कर आए कई नेताओं को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई.
लोकसभा चुनाव से पहले जो नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं, उनमें बलिया जिले की बैरिया विधानसभा सीट से विधायक रहे सुरेंद्र नाथ सिंह भी शामिल हैं. अपने बयानों से विवादों में रहने वाले सुरेंद्र का बीजेपी ने 2022 के चुनाव में टिकट काट दिया था. बैरिया सीट से बीजेपी ने पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को उम्मीदवार बनाया था.
टिकट कटने के बाद सुरेंद्र ने बगावत कर दी थी. वह मुकेश सहनी के नेतृत्व वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे और बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी में वापस लौटने के बाद पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि पार्टी पदाधिकारियों ने उनसे संपर्क किया था और सम्मान के साथ जॉइनिंग कराई गई.
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उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि बीजेपी जिसे भी टिकट देगी, हम उसके साथ लगेंगे और जिताने के लिए अपने स्तर से हर संभव प्रयास करेंगे. सुरेंद्र ने कहा कि बीजेपी वर्तमान सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त चुनाव लड़े तो हारेंगे. वर्तमान सांसद को छोड़कर बीजेपी किसी भी दूसरे चेहरे को चुनाव मैदान में उतारती है तो पार्टी की जीत पक्की है.
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गौरतलब है कि सुरेंद्र नाथ सिंह बलिया से सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के धुर विरोधी माने जाते हैं. पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह 2017 के चुनाव में बैरिया सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे. वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के जिला कार्यवाह भी रहे हैं. पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह के अलावा सहारनपुर के पूर्व विधायक संजय गर्ग ने सपा, गाजीपुर के पूर्व विधायक रामकुमार गौतम ने बसपा छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया.
सत्यम मिश्रा