उत्तर प्रदेश के आगरा में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रकिया को और जटिल किया जा रहा है. नए नियमों के मुताबिक, लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदक को सबसे पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा. आवेदक को इसके बाद यातायात नियमों से संबंधित दो घंटे की परीक्षा देनी होगी. इस परीक्षा में कुल 15 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे. इस परीक्षा में 60 फीसदी अंक लाने वालों को ही RTO द्वारा लाइसेंस जारी किया जाएगा. अगर गलती से भी इस परीक्षा में आप फेल हो गए तो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का आपका सपना अधूरा रह जाएगा. परीक्षा से पहले आवेदकों को यातायात नियमों से जुड़ी दो घंटे की एक फिल्म देखनी होगी.
शैक्षणिक योग्यता की भी देनी होगी जानकारी
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन के दौरान आवेदक को अपनी शैक्षणिक योग्यता भी बतानी होगी. आधार कार्ड के साथ-साथ अन्य सभी मांगी गई जानकारियां आवेदकों द्वारा फार्म में भरनी पड़ेगी. गलत जानकारी देने या उससे संबंधित किसी भी कॉलम छोड़ने पर आवेदक का आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा. आवेदक ड्राइविंग लाइसेंस के लिए होने वाले परीक्षा में भी शामिल नहीं हो पाएगा.
1 दिन में केवल 6 ड्राइविंग लाइसेंस
संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि कार्यालय में अब एक दिन में केवल 6 लर्निंग लाइसेंस बनाये जा रहे हैं. कार्यालय में ही आवेदकों का टेस्ट किया लिया जाता है. आवेदक को क्विज में पूछे गए 15 सवालो के जवाब देना होता है. इसके बाद पास होने वाले आवेदकों लाइसेंस जारी किया जाता है.
बढ़ते सड़क हादसों को लेकर किया गया फैसला
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया है. इसे पहले के मुकाबले और जटिल किया जा रहा है. ऐसे में अब आगरा समेत प्रदेश के अन्य जिलों में लाइसेंस बनवाना आसान काम नहीं रह गया है.
अरविंद शर्मा