यूपी के बांदा जिले के चार युवक 2021 से पाकिस्तान की लांड्री जेल में बंद हैं. हाल ही में भेजे एक संदेश (मैसेज) में उन्होंने बताया कि वे बहुत बीमार हैं और इलाज नहीं मिलने पर उनकी जान खतरे में है. इस मैसेज ने परिजनों के सब्र का बांध तोड़ दिया. उन्होंने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने बेटों को वापस लाने की गुहार लगाई है, क्योंकि उनका मानना है कि मोदी ही उन्हें ज़िंदा वापस ला सकते हैं.
बांदा के तिंदवारी थाना क्षेत्र के रहने वाले ये चारों युवक गुजरात के पोरबंदर में मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते थे. मछली पकड़ने के दौरान वे अनजाने में पाकिस्तान की समुद्री सीमा में चले गए.
परिजनों की बेचैनी तब और बढ़ गई, जब 21 नवंबर को उन्हें व्हाट्सएप पर जेल में बंद बेटों का मैसेज मिला. मैसेज में युवकों ने बताया कि वे बहुत परेशान और डरे हुए हैं, बीमार हैं और इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है. इसके बाद परिजनों का खाना-पीना सब बंद हो गया.
बेटों का मैसेज मिलते ही परिजनों ने DM जे रिभा से मुलाकात की और उनकी रिहाई की मांग की. परिजनों ने फफककर कहा कि वे पीएम मोदी पर विश्वास करते हैं, जो विश्व के सबसे शक्तिशाली नेता हैं और वही उनके बेटों को वापस ला सकते हैं. डीएम ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
वहीं, एडीएम कुमार धर्मेंद्र ने बताया कि डीएम आज ही PMO, गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय को आगे की कार्रवाई के लिए लेटर भेजेंगी और पूरी कोशिश है कि बच्चे सुरक्षित लौट सकें. फिलहाल, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
सिद्धार्थ गुप्ता