भारत के लिए आज ऐतिहासिक दिन है. क्योंकि लखनऊ के शुभांशु शुक्ला एक्सिओम मिशन-4 के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हो गए हैं. जैसे ही उनका अंतरिक्ष यान मंगलवार को उड़ा, वैसे ही उनके परिजन भावुक हो गए. इस दौरान उनके पिता ने आजतक से बात की. पिता शंभू शुक्ला ने कहा हम हमेशा से यह चाहते थे कि उसका भविष्य बेहतर हो और वह हमसे आगे जाए. उसने जब इस लाइन में जाना चुना तो हमने फिर मना भी नहीं किया. वह हर जगह सक्सेस रहा.
शुभांशु का सिविल सर्विसेज में जाने का मन था, लेकिन इंटर से पहले ही एनडीए में हो गया. प्रधानमंत्री मोदी के साथ शुभांशु की तस्वीर दिखाते हुए पिता बोले कि त्रिवेंद्रम में एस्ट्रोनॉट के नाम का ऐलान हुआ था. तभी प्रधानमंत्री मोदी ने शुभांशु को और हम सभी को बधाई दी थी और कहा था कि आपका बच्चा हीरा है.
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शुभांशु से मेरी बात हुई है, उसने कहा है कि मुझे पूरा आत्मविश्वास है कि मिशन पूर्ण होगा. किसी तरह का कोई डर नहीं है. शुभांशु के अंतरिक्ष से वापस आने पर हम लोग खुशी मनाना चाहते हैं. बड़ा फंक्शन करेंगे. परिवार के सभी सदस्य एक साथ होंगे.
शुभांशु के शिक्षक ने कही ये बात
भारत के अंतरिक्ष मिशन में गए शुभांशु शुक्ला को लेकर उनके पूर्व शिक्षक नागेश्वर शुक्ला ने एक खास बातचीत में बताया कि शुभांशु बचपन से ही बेहद प्रतिभाशाली छात्र थे. उन्होंने कहा कि जब शुभांशु स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनके अंदर एक अलग ललक थी.
शुभांशु में अनुशासन और ज्ञान के प्रति उत्साह बचपन से ही अद्भुत था. विज्ञान और गणित में रुचि रखने के अलावा उनकी हर विषय में रुचि थी. शुभांशु की इस कामयाबी पर उनके शिक्षक ने खुशी जताते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है और आज वह जिस ऊंचाई पर पहुंचे हैं, उसके पीछे वर्षों की मेहनत और समर्पण है.
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शुभांशु की बहनों ने कही ये बात
शुभांशु शुक्ला की बहनों ने भी मीडिया से बात की. बहनों ने कहा, "वह सिर्फ़ हमारा भाई नहीं है. वह देश का गौरव है." दरअसल, लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ने अपने गौरवशाली पूर्व छात्र शुभांशु शुक्ला के सम्मान में अपने ऑडिटोरियम को मिनी स्पेस सेंटर में तब्दील कर दिया था.
इस दौरान शुभांशु की दो बड़ी बहनें भी स्कूल पहुंचीं और इस भव्य आयोजन में शामिल हुईं. बहनों ने कहा "यहां प्यार और सम्मान देखकर बहुत अच्छा लगा. यह सिर्फ़ हमारे भाई की यात्रा नहीं है. यह भारत की यात्रा है,". आपको बता दें कि इस दौरान शुभांशु की बहन रोने भी लगी.
समर्थ श्रीवास्तव