इस गांव में हर किसी को भूलने की बीमारी, बिना पैसों के रहते हैं लोग, चल रहा ऐसा एक्सपेरिमेंट

फ्रांस के लांडैस गांव में सबसे बुजुर्ग शख्स 102 साल का है, जबकि सबसे छोटा शख्स 40 साल का है. गांव के मेन चौराहे पर एक जनरल स्टोर है जहां सभी जरूरी चीजें मिलती हैं, लेकिन इसमें पैसे नहीं लगते हैं, यानी सब कुछ मुफ्त है.

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इस गांव में सबको भूलने की बीमारी (फोटो - फेसबुक) इस गांव में सबको भूलने की बीमारी (फोटो - फेसबुक)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:02 PM IST

दुनिया में एक से एक गांव और शहर हैं जहां बाकी दुनिया से कुछ अलग और अनोखा है. इसी तरह  दक्षिण पश्चिम फ्रांस में एक अनोखा गांव है. अनोखा इसलिए क्योंकि यहां रहने वाला हर व्यक्ति डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से पीड़ित है. 

बिना पैसों के रहते हैं लोग

इस लांडैस गांव में सबसे बुजुर्ग शख्स 102 साल का है, जबकि सबसे छोटा शख्स 40 साल का है. गांव के मेन चौराहे पर एक जनरल स्टोर है जहां सभी जरूरी चीजें मिलती हैं, लेकिन इसमें पैसे नहीं लगते हैं, इसलिए किसी को भी अपने पर्स रखना याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती है . मुफ्त में दुकान और रेस्तरां के साथ-साथ, ग्रामीणों को थिएटर में जाने और अन्य एक्टिविटी में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. 

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एक्सपेरिमेंट है ये गांव

विलेज लैंडैस एक प्रकार का एक्सपेरिमेंट है, यानी ये गांव इस एक्सपेरिमेंट के लिए बसाया गया है कि क्या अल्जाइमर से पीड़ित लोगों में हर चीज याद रखने तनाव दूर करने से बीमारी ठीक करने में मदद मिल सकती है?

इस एक्सपेरिमेंट को बोर्डो विश्वविद्यालय के रिसर्चर्स की एक टीम ने कर रही है और इसका नेतृत्व प्रोफेसर हेलेन अमीवा कर रही हैं. वह गांव के निवासियों के साथ बातचीत करने और बीमारी के प्रोग्रेस की निगरानी करने के लिए हर छह महीने में आती हैं. बीबीसी ने गांव का दौरा किया और रिपोर्ट दी कि यहां खरीदारी से लेकर सफाई तक के लिए कोई समय फिक्स नहीं है, बस ग्रामीणों को यहां आजादी दी गई है कि वे सब कुछ अपने हिसाब से करें.

जितने लोग उतने ही हेल्थ प्रोफेश्नल

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प्रोफ़ेसर अमीवा का कहना है कि इस लोगों के अपने परिवार यह जानकर खुश होते हैं के उनके लोग सुरक्षित हैं और बिना किसी तनाव के रह रहे हैं.  उन्होंने कहा इस सब से यहां लोगों की बीमारी में सुधार हुआ है.  इस गांव में लगभग 120 लोग रहते हैं और इतनी ही संख्या में हेल्थ प्रोफेश्नल भी यहां रहते हैं.

सरकार भी देती है पैसा
 
इसी गांव के एक एक निवासी की बेटी, डोमिनिक ने कहा "मुझे मानसिक शांति है, क्योंकि मुझे पता है कि मेरी मां यहां पर शांति से हैं और वह सुरक्षित हैं. मुझे उन्हें यहां छोड़कर राहत मिलती है. जब मैं जाती हूं, तो ऐसा लगता है जैसे मैं उसके घर पर ही हूं अपनी मां के साथ हूं. इस गांव के निवासियों के परिवारों को  £24,300 (25 लाख रुपये) का सालाना चार्ज देना पड़ता है. हालांकि, क्षेत्रीय फ्रांसीसी सरकार ने गाँव की स्थापना के लिए £17 मिलियन का भुगतान किया है.


 

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