दिल्ली बेस्ड लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप Wherehouse.io ने क्लाइंट Curio Lifestyle से हुए विवाद और पुलिस कार्रवाई के बाद शटडाउन का ऐलान कर दिया. कंपनी का कहना है कि कर्मचारियों की सुरक्षा खतरे में थी. Wherehouse एक दिल्ली-बेस्ड वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप था, सप्लाई चेन इंटेलिजेंस पर फोकस था. इसका मुख्य काम ब्रांड्स को ग्राहकों के करीब लाकर डिलीवरी को तेज करना और बिजनेस ग्रोथ को बढ़ाना था.
ये जेप्टो-ब्लिंक्ट जैसे प्री-क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म के आने से पहले शुरू हुआ था. ब्रांड्स को वेयरहाउस सुविधा, स्टाफ सपोर्ट, स्टोरेज सॉल्यूशंस और डिस्ट्रीब्यूशन में मदद करता था. छोटे ब्रांड्स की मदद, नए या प्रीमियम ब्रांड्स को डिस्ट्रीब्यूशन में सपोर्ट देना मुख्य काम था. करीब 10 ब्लू-कॉलर वर्कर्स, वेयरहाउस और स्टाफ मैनेजमेंट में काम संभालते थे. Wherehouse.io के नाम से पहचान, रियल कंज्यूमर इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ड करने पर फोकस था.
कैसे इसकी शुरुआत हुई?
2021 में दिल्ली के कारोबारी वैभव चावला ने Wherehouse की शुरुआत की थी. हाइपोथेसिस पर बेस्ड था यानी ब्रांड्स को ग्राहक के पास पहुंचना चाहिए जिससे वो तेजी से विस्तार करें. ये आईडिया क्विक कॉमर्स से पहले का था और सही साबित हुआ. शुरू में पैसे की कमी और अव्यवस्था जैसी चुनौतियों का सामना किया लेकिन वैभव ने कंपनी को आगे बढ़ाया. कंपनी ने रियल इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ड किया, जैसे वेयरहाउस और स्टाफ सपोर्ट, जो कॉम्पिटिटिव स्पेस में यूनिक था. वैभव चावला ने LinkedIn पर लिखा है कि We started Wherehouse in 2021, with a hypothesis the brands will come closer to the customers. ये पोस्ट शटडाउन ऐलान के साथ था.
क्या है इसका विवाद?
मुख्य विवाद क्लाइंट Curio Lifestyle से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट डिस्प्यूट था, जो सिविल मैटर से क्रिमिनल केस में बदल गया. अगस्त 2024 में दिल्ली-NCR में विस्तार के लिए Curio Lifestyle के साथ करार हुआ था. इसमें स्टाफ, वेयरहाउसिंग सर्विसेज, फिक्स्ड मंथली फीस और सैलरी रीइंबर्समेंट शामिल था. क्लाइंट ने नवंबर 2024 से भुगतान रोक दिए, मई 2025 तक 1.92 लाख की फीस और सैलरी नहीं दी और 42-46 लाख का स्टॉक होल्ड कर लिया. जून 1, 2024 को क्लाइंट ने ड्यूज क्लेम किए, लेकिन Warehouse ने कॉन्ट्रैक्ट शर्तों के आधार पर इंकार किया. क्लाइंट ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, क्रिमिनल केस की धमकी दीं.
16 जून 2025 को हुआ एग्रीमेंट टर्मिनेट
Wherehouse ने 16 जून 2025 को एग्रीमेंट टर्मिनेट कर दिया. जुलाई 2025 में क्लाइंट ने EOW में क्रिमिनल शिकायत दर्ज कराई. Wherehouse ने इसे बुरी नीयत वाला कहा और भुगतान ना करने का बहाना बताया. 16 नवंबर से नांगलोई एक्सटेंशन पुलिस स्टेशन ने वैभव को कॉल्स किए, कंप्लेंट कॉपी शेयर करने से मना किया. 17-28 नवंबर तक पुलिस 6 बार Wherehouse आई. 28 नवंबर को पुलिस ने 10 ब्लू-कॉलर एम्प्लॉई को बिना डॉक्यूमेंटेशन के डिटेन किया, थाने ले गए, परिवारों के आने पर छोड़ा -वैभव ने लिंक्डइन पर आरोप लगाया.
शटडाउन का कारण?
LinkedIn पोस्ट Shutting down Wherehouse में वैभव ने कहा: ये लड़ाई करने लायक नहीं रही. Warehouse means nothing if we can't protect the very people who built it. पुलिस कार्रवाई ने ऑपरेशन्स बर्बाद कर दिए, कर्मचारियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया. वैभव ने LinkedIn पर We’ve lost the battle. इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है...न ही कोई हिरासत में है. पुलिस का कहना है कि एक शिकायत मिली है चीटिंग की जिसकी जांच की जा रही है. अभी शुरुआती जांच हो रही है.
हिमांशु मिश्रा / आदित्य के. राणा