नये साल के दिन आज देश को पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) मिला है. मंगलवार को सेना प्रमुख के पद से रिटायर हुए जनरल बिपिन रावत ने आज सुबह CDS के रूप में पदभार संभाला. बुधवार सुबह बिपिन रावत को तीनों सेनाओं की तरफ से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. करीब दो दशक से इस पद पर मंथन चल रहा था, अब जाकर सरकार ने इस पद का गठन किया.
CDS का पदभार संभालने से पहले बिपिन रावत ने दिल्ली के वॉर मेमोरियल पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पदभार संभालने के बाद बुधवार को बिपिन रावत ने कहा कि CDS का काम तीनों सेनाओं को एकजुट बनाना, हम इसी ओर आगे बढ़ेंगे. अब आगे की कार्रवाई टीम वर्क की जरिए होगी, CDS सिर्फ सहयोग करेगा. 1+1+1 के जोड़ को 3 नहीं, 5 या 7 बनाएंगे. जो भी संसाधन हैं, उसपर काम करते हुए आगे बढ़ेंगे.
उन्होंने कहा कि हमारा पूरा फोकस तीनों सेनाओं को एक साथ करना होगा. इससे अलग जो काम हमें मिलेगा, हम उसपर आगे बढ़ेंगे. अगर सरकार ने तीन साल का कार्यकाल दिया है, तो कुछ सोच समझकर ही दिया होगा.
सरकार ने किया है नये विभाग का ऐलान
मंगलवार को ही केंद्र सरकार की ओर से सैन्य विभाग का ऐलान किया गया था, जिसकी अगुवाई चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) ही करेंगे. इस विभाग के अंतर्गत तीनों सेना का काम होगा, CDS का मुख्य कार्य तीनों सेनाओं के बीच तालमेल स्थापित करना ही होगा.
सरकार की ओर से 24 दिसंबर को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद, उसके विशेषाधिकार और कर्तव्यों का ऐलान किया गया था. CDS चार-सितारा से सुसज्जित होंगे, जो नए सैन्य विभाग की अगुआई करेंगे.
सेना प्रमुख के पद से रिटायर होने के बाद मंगलवार को बिपिन रावत ने नये सेनाध्यक्ष मनोज नरवणे को शुभकामनाएं दीं और कहा कि देश पाकिस्तान-चीन से मिलने वाली चुनौती से निपटने के लिए तैयार है.
तीन साल तक पद पर रहेंगे बरकरार
आपको बता दें कि बिपिन रावत 31 मार्च, 2023 तक सीडीएस रहेंगे. जनरल रावत 16 दिसंबर, 1978 को 11 गोरखा रायफल्स की पांचवीं बटालियन में नियुक्त हुए थे और एक जनवरी, 2017 से देश की थल सेना के प्रमुख हैं.
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को थल सेना, नौसेना और वायुसेना के नियमों में संशोधन किया था. संशोधन के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ 65 साल की उम्र तक अपनी सेवाएं देगा.
मंजीत नेगी