Novak Djokovic Saga: साल 2022 का पहला ग्रैंडस्लैम ऑस्ट्रेलियाई ओपन सोमवार से शुरू हो रहा है. दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का भी नाम पहले दौर के लिए जारी शेड्यूल में शामिल किया गया था. लेकिन वह इसमें अब हिस्सा नहीं ले पाएंगे, कोर्ट में वह अपना केस हार गए हैं जिसके बाद उन्हें अब ऑस्ट्रेलिया से वापस भेजने का रास्ता साफ हो गया है.
शेड्यूल के मुताबिक जोकोविच को गैर वरीयता प्राप्त हमवतन खिलाड़ी मिओमिर केक्मानोविक का सामना करना था. यह मैच सोमवार को रॉड लेवर एरिना में शाम के सत्र में खेला जाना निर्धारित था. जोकोविच फैसला अपने पक्ष में आने पर ही आस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में अपने खिताब का बचाव कर पाते, लेकिन अब यह संभव नही है.
फेडरल कोर्ट के तीन जजों ने जनहित के आधार पर 34 वर्षीय सर्बियाई खिलाड़ी के वीजा को रद्द करने को लेकर आव्रजन मंत्री के फैसले को बरकरार रखा. सरकार ने तर्क दिया कि 34 वर्षीय जोकोविच कोविड -19 के खिलाफ टीका नहीं लगाया गया है, जिसने सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर दिया.
इस फैसले का मतलब है कि जोकोविच को जबतक निर्वासित नहीं किया जाता, तब तक वे मेलबर्न में नजरबंद रहेंगे. निर्वासन आदेश में आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया लौटने पर तीन साल का प्रतिबंध भी शामिल होता है.
आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉके ने इस आधार पर वीजा रद्द कर दिया कि ऑस्ट्रेलिया में जोकोविच की उपस्थिति ऑस्ट्रेलियाई जनता के स्वास्थ्य के जोखिम हो सकती है और ऑस्ट्रेलिया में अन्य लोगों के टीकाकरण के प्रयासों के लिए प्रतिकूल हो सकती है.
शुक्रवार को जोकोविच का वीजा दूसरी बार रद्द कर उन्हें हिरासत में ले लिया था. जिसके बाद गत चैंपियन जोकोविच ने ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन मंत्री एलेक्स हॉके के द्वारा वीजा रद्द करने के फैसले को फेडरल कोर्ट में चुनौती दी थी.
फेडल कोर्ट ने इस टेनिस स्टार के भाग्य का फैसला 10 दिनों के बेहद नाटकीय घटनाक्रम के बाद किया है. मेलबर्न पहुंचने पर छह सीमा सुरक्षाबल बल के अधिकारियों ने जोकोविच को हिरासत में ले लिया था, लेकिन अदालती फैसले के बाद सोमवार को वीजा बहाल करते हुए उन्हें रिहा कर दिया गया था. फिर बीते शुक्रवार को टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले उन्हें फिर हिरासत में ले लिया गया.
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