क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत और न्यूजीलैंड का मुकाबला है. दोनों टीमों के बीच यह मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में है. इस मुकाबले में भारतीय टीम की कप्तानी रोहित शर्मा करने जा रहे हैं, वहीं कीवी टीम की बागडोर केन विलियमस के कंधों पर है.
सेमीफाइनल मुकाबले से पहले ही एक बड़ा विवाद सामने आ गया है. ये दावा किया जा रहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से अनुमति लिए बिना वानखेड़े स्टेडियम की पिच को बदल दिया. ब्रिटिश वेबसाइट डेली मेल की रिपोर्ट में कहा गया कि सेमीफाइनल अब उस पिच पर होने वाला है जिसका उपयोग पहले ही दो बार किया जा चुका है, ऐसे में स्पिनर्स को मदद सकती है.
अब पिच नंबर-6 पर हो रहा सेमीफाइनल!
रिपोर्ट के मुताबिक वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले सेमीफाइनल के लिए पिच नंबर-7 का प्रयोग होना था, जिसपर इस वर्ल्ड कप में अबतक कोई मुकाबला नहीं खेला गया था. फिर बीसीसीआई और आईसीसी अधिकारियों को भेजे गए एक व्हाट्सएप संदेश से पता चला कि सेमीफाइनल को पिच नंबर-6 पर स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसपर पहले ही इंग्लैंड-साउथ अफ्रीका के साथ ही भारत-श्रीलंका के बीच मैच खेला जा चुका है.
आईसीसी इवेंट्स में पिच की तैयारियों की देखरेख आमतौर पर आईसीसी के सलाहकार एंडी एटकिंसन द्वारा की जाती है, जो मेजबान क्रिकेट बोर्ड साथ मिलकर यह निर्धारित करते हैं कि प्रत्येक खेल के लिए स्क्वायर पर कौन सी स्ट्रिप्स का उपयोग किया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक एटकिंसन को पिच नंबर 7 के साथ किसी भी मुद्दे की जानकारी नहीं थी, उन्होंने बदलावों पर अपना असंतोष व्यक्त किया.
बीसीसीआई के एक प्रवक्ता ने इस पूरे मामले पर कहा, 'आईसीसी का स्वतंत्र पिच सलाहकार मेजबान और आयोजन स्थलों के साथ उनके प्रस्तावित पिच आवंटन पर काम करता है. यह पूरी प्रक्रिया टूर्नामेंट के आयोजन के दौरान जारी रहती है.'
क्या कहता है आईसीसी का नियम?
आईसीसी के नियम में कहा गया है कि यह कोई जरूरी नहीं है कि नॉकआउट मैच फ्रेश पिच पर खेले जाएं. वैसे आईसीसी ये अपेक्षा जरूर रखती है कि जिन मैदानों को नॉकआउट मैचों की मेजबानी सौंपी गई हो, वे उस मैच के लिए सर्वोत्तम पिच और आउटफील्ड प्रदान करेंगे.
आईसीसी ने दी ये सफाई
आईसीसी ने इसे लेकर कहा, 'पिच में परिवर्तन आम है और पहले से ही कई बार हो चुका है. यह परिवर्तन हमारे मेजबान के साथ मिलकर आयोजन स्थल के क्यूरेटर की सिफारिश पर किया गया था. आईसीसी के स्वतंत्र पिच सलाहकार को बदलाव से अवगत कराया गया था और उनके पास यह मानने का कोई कारण नहीं है कि पिच अच्छा नहीं खेलेगी.
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