Happy Birthday MS Dhoni: धोनी की वो पारी जो रिकॉर्डबुक में नहीं, पर आज भी यादगार... जडेजा संग मिलकर खोला था धागा

महेंद्र सिंह धोनी आज (7 जुलाई) 44 साल के हो गए हैं. क्रिकेट की दुन‍िया में उन्होंने तमाम रिकॉर्ड बनाए, लेकिन उन्होंने उत्तर प्रदेश के बरेली में कभी ऐसी पारी खेली थी, जो आज भी वहां के लोगों को याद है. खास बात यह है कि 'कैप्टन कूल' धोनी की यह पारी अजय जडेजा संग आई थी. 

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महेंद्र सिंह धोनी आज 44 साल के हो गए हैं. महेंद्र सिंह धोनी आज 44 साल के हो गए हैं.

Krishan Kumar

  • नई दिल्ली/बरेली,
  • 07 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 7:00 AM IST

Happy Birthday MS Dhoni: भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी आज (7 जुलाई 2025) 44 साल के हो गए. वह क्रिकेट की दुन‍िया में आज भी सुपर एक्ट‍िव हैं, बड़ी बात नहीं होगी कि धोनी अगले साल एक बार फ‍िर इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) के 2026 सीजन में भी खेलते हुए दिख जाएं. 15 अगस्त 2020 को 'थाला' ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ल‍िया था.

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धोनी का क्रिकेट की दुन‍िया में डेब्यू 23 द‍िसंबर 2004 को बांग्लादेश के ख‍िलाफ चटगांव में वनडे क्रिकेट (ODI) हुआ, जहां वो पहली ही गेंद पर रन आउट हो गए थे. लेकिन अपने इस डेब्यू के करीब एक साल बाद जब महेंद्र सिंह धोनी 'यंग' थे, उनका उतना नाम नहीं था, तब उन्होंने एक पारी उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में खेली, जो आज भी लोगों को याद है. खास बात यह है कि धोनी ने यह पारी किसी और के साथ नहीं, बल्क‍ि अजय जडेजा संग खेली थी. 

जब धोनी बरेली में मैच खेलने पहुंचे थे (Credit: Social Media)

फरवरी 2005 की बात है, अखबार और आसपास उन दिनों एक बात की चर्चा थी कि बरेली में एक बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट (प्रशांत मेमोर‍ियल टूर्नामेंट) स्थानीय डोरी लाल स्पोर्ट्स स्टेडियम में होने वाला है.

उस टूर्नामेंट में आकाश चोपड़ा, अजय जडेजा, विवेक राजदान, युवा महेंद्र सिंह धोनी जैसे ख‍िलाड़ी हिस्सा लेने पहुंचे. आकाश चोपड़ा ज‍िस मैच में खेलने उतरे थे, उसमें वह महज 4 रन बनाकर आउट हुए. उन्हें स्थानीय गेंदबाज कमलकांत बेलवाल ने अपना शिकार बनाया था.

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इसके बाद धोनी-जडेजा का मैच देखने की बारी आई. उस वक्त ऐसा लगा था कि धोनी एक दिन बड़े ख‍िलाड़ी बनेंगे, शायद भारत के सबसे सफलतम व‍िकेटकीपर भी... यह बात मैंने दोस्तों से भी साझा की थी, ऐसा इसलिए कि वह 2004 में केन्या में (केन्या ट्रांयगुलर टूर्नामेंट) पाकिस्तान-ए  के ख‍िलाफ भारत-ए की ओर से 119 रनों की मैच ज‍िताऊ पारी खेलकर आए थे. धोनी ने उस टूर्नामेंट की 6 पार‍ियों में  362 रन 72.40 के एवरेज से बनाए थे, और वो 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' रहे थे. तब भारत के व‍िकेटकीपर बल्लेबाज इस तरह से नहीं खेलते थे. 

खैर, जब धोनी 2005 में बरेली आए तो उनकी एक साल पुरानी केन्या वाली जोरदार पारी दिमाग में थी. लेकिन किसी वजह से मैं धोनी का वह मैच देखने नहीं पहुंच पाया. दरअसल, धोनी को लेकर तब बरेली में उतनी चर्चा नहीं थी. उनसे ज्यादा तब लोगों की जुबां पर अजय जडेजा का नाम था.

वैसे पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर व‍िवेक राजदान कई मर्तबा इस क‍िस्से के बारे में बता चुके हैं कि जडेजा को लेकर उस मैच में गजब का क्रेज था. विवेक राजदान की कप्तानी वाली उस टीम का मुकाबला बरेली के स्थानीय क्रिकेटरों वाली टीम से हुआ था. उस टीम में कई रणजी लेवल के ख‍िलाड़ी भी थे. पहले बरेली की स्थानीय टीम ने ऊंची-नीची बाउंस (Un-Even Bounce) वाली डोरी लाल स्पोर्ट्स स्टेडियम की प‍िच पर बल्लेबाजी की. 

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अब बारी राजदान की कप्तानी वाली टीम की थी. पहले से तय था कि अजय जडेजा उस मैच में ओपन करेंगे, क्योंकि वो उनके क्लब लेवल की टीम के सबसे मजबूत और अनुभवी ख‍िलाड़ी थे. कप्तान राजदान चाहते थे कि जडेजा के साथ दूसरे छोर पर भी कोई अनुभवी ख‍िलाड़ी ही ओपन‍िंग करने जाए. 

दरअसल, राजदान स्टेडियम की प‍िच का म‍िजाज भांप चुके थे क्योंकि पहली पारी में बरेली की स्थानीय टीम को भी खेलने में काफी द‍िक्कत आई थी.

राजदान, जडेजा के बल्लेबाजी पार्टनर के बारे में सोच ही रहे थे. इस दौरान उनकी टीम का कोई भी दूसरा सीन‍ियर बल्लेबाज ओपन‍िंग करने के ल‍िए तैयार नहीं दिख रहा था. तभी वहां पास बैठे धोनी ने विवेक राजदान से कहा- भइया...मैं ओपन करना चाहता हूं. जाऊं क्या ओपन‍िंग करने? 

राजदान थोड़ा चौंके और धोनी को ओपन‍िंग करने की अनुमत‍ि दे दी. जडेजा और धोनी ने उस मैच में संभवत: शायद पहली बार किसी मैच में ओपन‍िंग की होगी. दोनों ने मिलकर पहले विकेट के ल‍िए 120 रन जोड़े और धोनी ने अकेले ही 93 रनों की नाबाद पारी खेली थी. धोनी ने उस मैच में कई छक्के तो ऐसे मारे थे, जो बाउंड्री लाइन से भी दूर ग‍िरे थे, कुछ दीवार से टकराकर मैदान में वापस आ गए. मैच राजदान की टीम जीत गई. धोनी उस द‍िन स्टेडियम पहुंची भीड़ के बीच सबसे बड़े स्टार बन गए. 

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धोनी की उस पारी को लाइव (LIVE) न देख पाने का आज भी मलाल है. मैच देखने गए अपने कुछ क्रिकेटर दोस्तों से उस पारी को लेकर पूछा, तो उन्होंने कहा था वो लड़का (धोनी) अलग ही तरह से खेल रहा था. तब उस मैच में धोनी ने बरेली की स्थानीय टीम की ऐसी प‍िटाई की कि वह किस्सा आज धोनी के जन्मद‍िन वाले द‍िन प्रासंगिक हो गया है. धोनी की वह पारी क‍िसी र‍िकॉर्डबुक में तो नहीं, लेकिन उनकी उस पारी का क‍िस्सा कई बार व‍िवेक राजदान मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर शेयर कर चुके हैं. 

धोनी क्यों खास हैं, जान‍िए उनसे जुड़ी खास बातें... 
- धोनी के नाम 3 ICC ट्रॉफी (2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप, 2013 चैम्प‍ियंस ट्रॉफी) हैं, ऐसा करने वाले वह इकलौते कप्तान हैं. 
- उनके नाम 5 आईपीएल ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड है. इस रिकॉर्ड में वो रोहित शर्मा के साथ संयुक्त दावेदार हैं. 
- धोनी 60 टेस्ट और 200 ODI और 72 टी20 में विकेटकीपिंग करने वाले इकलौते कप्तान हैं. अलग-अलग फॉर्मेट में उनके नाम ये रिकॉर्ड हैं. 
- किसी एक ODI मैच में सर्वाध‍िक रन (183 नाबाद) बतौर विकेटकीपर बनाने का रिकॉर्ड धोनी के नाम हैं. उन्होंने 31 अक्टूबर 2005 को यह रिकॉर्ड जयपुर के सवाई मानस‍िंह स्टेडियम में श्रीलंका के ख‍िलाफ खेलते हुए बनाया था. 
- किसी एक वनडे में सबसे ज्यादा स्टम्प (3 बार) करने का रिकॉर्ड वैसे तो कई ख‍िलाड़ियों के नाम है. लेकिन धोनी ने यह कारनामा तीन बार किया. 
- माही ने टी-20 कर‍ियर के 98 मैचों में 91 श‍िकार किए. इसमें 34 स्टम्प हैं. जो बतौर विकेटकीपर सर्वाध‍िक है.
- थाला ने सभी फॉर्मेट के 538 मैचों में 195 स्टम्प आउट किए, जो सर्वाध‍िक हैं. उन्होंने कुल 829 श‍िकार किए.      
- उन्होंने Test+ODI+T20 इंटरनेशनल में मिलाकर कुल 332 मैचों में टीम इंडिया की कमान संभाली. जो बतौर कप्तान सर्वाध‍िक है. रिकी पोटिंग ने 324 मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कमान संभाली थी. 
- धोनी ने इन 332 मैचों मे से 178 मैचों में जीत दर्ज की, वहीं 120 में हार मिली. 6 मैच टाई रहे और 15 ड्रॉ रहे. 
- माही ने टीम इंडिया के लिए 90 टेस्ट में 4876, 350 ODI में 10773 और 98 टी-20 में 1617 रन बनाए.      
- वहीं उन्होंने 278 IPL मैचों में 5439 रन बनाए हैं. इसमें 158 कैच और 47  स्टम्प भी शामिल हैं. 

 

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