Jemimah Rodrigues Comeback Story: टीम इंडिया की स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स का क्रिकेट सफर सिर्फ मैदान पर बनाए गए रन की कहानी भर नहीं है, बल्कि हिम्मत, जज्बे और खुद से लड़ने की मिसाल भी है. उन्होंने गुरुवार (30 अक्टूबर) को 127 रनों की पारी के बाद खुद कहा कि वो एंग्जाइटी से जूझ रही थीं. उनको एक समय टीम इंडिया से भी ड्रॉप किया गया था.
ध्यान रहे जेमिमा कई मर्तबा सोशल मीडिया पर REEL बनाने के लिए ट्रोल हो चुकी हैं. लेकिन नवी मुंबई में वो शुक्रवार को एक अलग ही रंग में थी, जहां उन्होंने अपना तीसरा एकदिवसीय शतक जड़ा. जिससे भारत ने वर्ल्ड कप का सबसे बड़ा रनचेज किया और सात बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया.
जेमिमा ने पोस्ट मैच एक वीडियो में कहा- मेरे साथ चीजें लगातार खराब होती जा रही थीं, पिछले वर्ल्ड कप में मुझे बाहर कर दिया गया था. इस वर्ल्ड कप के शुरुआती मैच में मैं श्रीलंका के खिलाफ 0 पर आउट हो गई थी. इससे अगले मैच (पाकिस्तान) में मुझे 32 रनों की अच्छी शुरुआत मिली, लेकिन इसके बाद मैं फिर 0 पर आउट (साउथ अफ्रीका के खिलाफ) हो गई. फिर थर्टीज में (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 33)... इसके बाद ड्रॉप हो गई. जेमिमा ने कहा कि जब उनको लगता था कि चीजें ठीक होंगी तभी वो टीम से ड्रॉप हो जाती थीं. ऐसे में सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई यह पारी उनकी सबसे खास है.
जेमिमा ने मैच जीतने के बाद क्या कहा?
टीम इंडिया की स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में शानदार पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई, लेकिन मैच के बाद उनका बयान हर क्रिकेट फैन के दिल को छू गया.
जेमिमा ने इमोशनल अंदाज में कहा- मैं यीशु का धन्यवाद करना चाहती हूं, मैं ये सब अपने दम पर नहीं कर सकती थी, मैं अपने मम्मी-पापा, कोच और उन सभी लोगों की शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया. पिछले एक महीने का वक्त बहुत मुश्किल था, ये जीत किसी सपने जैसी है, अब तक यकीन नहीं हो रहा है.
नंबर 3 पर खेलने की नहीं थी जानकारी
उन्होंने बताया कि उन्हें खुद नहीं पता था कि वो नंबर 3 पर खेलने वाली हैं. मैं नहा रही थी, बस कहा था कि जब बैटिंग आए तो बता देना, मैच से पांच मिनट पहले बताया गया कि मैं नंबर 3 पर उतर रही हूं. लेकिन जेमिमा ने साफ कहा कि ये दिन उनके बारे में नहीं था. मैं सिर्फ भारत को ये मैच जिताना चाहती थी. पहले भी कई अहम मैच हम हारे हैं, इसलिए आज बस देश के लिए जीत की सोच थी. ये मेरे पचास या सौ रन की बात नहीं थी, ये भारत की जीत की बात थी.
मैं इस टूर पर हर दिन रोई हूं: जेमिमा
उन्होंने मैच के बाद अपने मुश्किल वक्त का भी जिक्र किया, जेमिमा ने कहा- पिछले साल मुझे वर्ल्ड कप टीम से ड्रॉप कर दिया गया थ, मैं फॉर्म में थी, लेकिन लगातार चीजें गलत होती रहीं. इस पूरे टूर में मैं लगभग हर दिन रोई हूं. मैं मानसिक रूप से ठीक नहीं थी, एंग्जाइटी से गुजर रही थी, लेकिन मुझे पता था कि मुझे डटे रहना है, और भगवान ने सब संभाल लिया. जेमिमा ने बताया कि उन्होंने खुद को शांत रखने के लिए बाइबिल की लाइनें दोहराईं.वहीं उन्होंने मुंबई के दर्शकों को भी धन्यवाद कहा.
अब भारतीय टीम 2 नवंबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ नवी मुंबई में फाइनल मुकाबला खेलने के लिए उतरेगी. भारतीय टीम इससे पहले 2005, 2017 के वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंच चुकी है... लेकिन खिताब अधूरा है.
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