टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट की सीरीज का आखिरी और निर्णायक मैच केपटाउन में खेला जा रहा है. बुधवार को टेस्ट मैच का दूसरा दिन काफी खास होने वाला है. यही वो दिन रहने वाला है, जिसमें जो टीम बेहतर खेल दिखाएगी, वह जीत के थोड़े करीब पहुंच सकती है. इसमें पहला मौका भारतीय टीम के पास होगा.
दरअसल, टेस्ट मैच में पहले ही दिन भारतीय टीम 223 रन पर ऑलआउट हुई. इसके बाद पहले दिन खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने एक विकेट पर 17 रन बना लिए थे. अब उसे आगे खेलना है. भारतीय गेंदबाजों के पास पहले ही सेशन में साउथ अफ्रीका को जल्द ही विकेट गिराने का मौका रहेगा, क्योंकि यह पिच तेज गेंदबाजों की मददगार है. साउथ अफ्रीका ने भी पहले दिन यही किया और भारतीय टीम को कम स्कोर पर रोक लिया.
चौथी पारी में इस मैदान पर औसत स्कोर बेहद कम
जबकि, केपटाउन की इस पिच पर टेस्ट की पहली पारी में औसत स्कोर 328 रन का है. न्यूलैंड के इस मैदान पर हर पारी में औसत स्कोर काफी कम होता जाता है. चौथी पारी में इस मैदान पर औसत स्कोर 161 रन ही है. ऐसे में भारतीय टीम यदि साउथ अफ्रीका को पहली पारी में कम स्कोर पर रोक लेती है, तो उसे बड़ा टारगेट देने में आसानी होगी. इसकी पूरी जिम्मेदारी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर पर रहेगी. हालांकि, बुमराह ने पहले दिन एक विकेट लेकर अपनी धार दिखा दी है.
मैच जीतने के लिए मेजबान टीम को क्या करना होगा?
यदि भारतीय टीम पूरी कोशिश के बावजूद मेजबान टीम को 200 या 220 के आसपास रोकती है, तो उसे दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए करीब 230 से ज्यादा का स्कोर बनाना होगा. वहीं, साउथ अफ्रीका की कोशिश होगी कि वह पहली पारी में 250 या उससे ज्यादा का स्कोर बनाए और भारतीय टीम को दबाव में लाए. यदि साउथ अफ्रीका को यह मैच जीतना है, तो हर हाल में पहली पारी में 250 से ज्यादा का स्कोर बनाना होगा. इसके बाद भारतीय टीम को दूसरी पारी में 200 से कम के स्कोर पर रोकना होगा.
तीन टेस्ट की सीरीज बराबरी पर
दोनों टीम के बीच तीन टेस्ट की सीरीज 1-1 की बराबरी पर है. पहला मैच भारतीय टीम ने 113 रन से जीता था. इसके बाद दूसरा मैच साउथ अफ्रीका ने 7 विकेट से अपने नाम कर लिया. अब यह केपटाउन टेस्ट ही निर्णायक है. भारतीय टीम यह मैच जीतकर साउथ अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का इतिहास रचना चाहेगी.
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