SIR को लेकर मौतों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं और भारत निर्वाचन आयोग इस मामले में पूरी गंभीरता से काम कर रहा है. हमारी सरकार भी सभी के साथ खड़ी है. सभी का फर्ज है कि वे निष्पक्ष और पारदर्शी पूर्व मतदाता सूची के निर्माण में आयोग की मदद करें. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि यह घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, जैसा कि 2011 में भी हुआ था.