शबनम ने बताया कि मैं 21 दिसंबर 2023 को मुंबुई से पैदल चली थी. अब हमारी 179 किलोमीटर की यात्रा बची है. मेरे साथ तीन दोस्त हैं. दो मुंबई से हैं. एक भोपाल से है. ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे रामलला के दर्शन करने का मौका मिल रहा है.उन्ही की कृपा से मेरी अभी तक की यात्रा अच्छी गई है.