दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि IPS वाई पूरन सुसाइड केस की जाँच पूरी तरह निष्पक्ष और स्वतंत्र होनी चाहिए ताकि समाज में सिस्टम पर विश्वास बना रहे. बड़ी पदों पर बैठे लोगों को आरोपी बनाकर सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस कंप्लेंट दर्ज कराई गई है. इसलिए जरूरी है कि जाँच किसी भी तरह के संदेह के बाहर हो ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.