गिरिराज सिंह का कहना है कि राहुल गांधी ने अपनी हार को छुपाने के लिए कार्यकर्ताओं को झूठा दिलासा दिया है. वह अपनी हार के लिए किसी और को दोष देने की कोशिश कर रहे हैं. अगर उनमें हिम्मत होती तो वे सीधे अमर अब्दुल्ला से बात करते. अमर अब्दुल्ला और सुप्रिया सुले भी इस मामले में अपनी बात कह रहे हैं. इस स्थिति में विपक्ष की राजनीतिक चालों और बयानबाजी का भी विश्लेषण महत्वपूर्ण है.