मीट, शराब, सिगरेट, तम्बाकू बैन... पंजाब की इन 3 जगहों को मिला पवित्र शहरों का दर्जा

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आनंदपुर साहिब, अमृतसर के श्री हरिमंदिर साहिब गलियारा, तलवंडी साबो को पवित्र शहर का दर्जा देने का ऐलान किया है. इन शहरों में मीट, तम्बाकू, सिगरेट की दुकानें और शराब के ठेके प्रतिबंधित रहेंगे.

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पंजाब सरकार इन तीनों पवित्र शहरों में सफाई, सुरक्षा और आध्यात्मिक पर्यटन के लिए एक विशेष बजट भी जारी करेगी. (File Photo- PTI) पंजाब सरकार इन तीनों पवित्र शहरों में सफाई, सुरक्षा और आध्यात्मिक पर्यटन के लिए एक विशेष बजट भी जारी करेगी. (File Photo- PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:48 PM IST

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के तीन प्रमुख शहरों को पवित्र शहर घोषित करने का प्रस्ताव सदन में रखा. सीएम मान ने श्री आनंदपुर साहिब, अमृतसर के श्री हरिमंदिर साहिब गलियारा, तलवंडी साबो का नाम पवित्र शहरों के रूप में ऐलान किया. तीन तख्तों की मौजूदगी वाले पंजाब के इन महत्वपूर्ण शहरों को अब आधिकारिक रूप से पवित्र शहरों का दर्जा मिल गया है.

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इस दौरान सीएम मान ने सदन में कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर की कुर्बानी को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने आनंदपुर साहिब की जमीन खरीदकर खुद यह शहर बसाया था. उनके इकलौते साहिबजादे श्री गुरु गोबिंद सिंह जी लगभग 30 साल तक इस पावन धरती पर रहे थे. उन्होंने जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई और इसी पावन धरती पर खालसा पंत की स्थापना भी की. गुरु गोबिंद सिंह के चार साहिबजादों में से तीन का जन्म भी इसी पवित्र धरती पर ही हुआ. उनके साहिबजादों की कुर्बानी आज भी एक मिसाल है.

सीएम मान ने आगे कहा कि सिख धर्म के पांच सर्वोच्च तख्तों में से तीन तख्त भी पंजाब की इसी पवित्र धरती के हिस्से में आए हैं. इसलिए सूबे की सरकार आनंदपुर साहिब, अमृतसर का श्री हरिमंदिर साहिब गलियारा और तलवंडी साबो को पवित्र शहरों का दर्जा देने का ऐलान करती है.

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दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसे पंजाब के इतिहास का स्वर्णिम दिन बताया. उन्होंने कहा कि यह निर्णय आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और विरासत संरक्षण की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है.

मीट, तम्बाकू शराब पर लगा प्रतिबंध

उन्होंने कहा कि इन पवित्र शहरों में शराब के ठेके, मांस, सिगरेट-ताम्बाकू की दुकानें या अन्य किसी भी नशीले पदार्थों की बिक्री को बंद करके संगतों की बरसों से उठ रही मांग को पूरा किया जा रहा है. ये शहर न सिर्फ धार्मिक केंद्र हैं, बल्कि हमारी सभ्यचार विरासत के प्रतीक भी हैं. इसलिए यह मांग किसी विशेष वर्ग या धर्म की नहीं है, बल्कि अपनी विरासत को बचाने के लिए उठाया गया एक कदम है.

इसके अलावा, सीएम मान ने इन शहरों के धार्मिक स्थलों को लेकर एक सर्व धर्म कमेटी बनाने की सिफारिश भी सदन में की, जिसमें सभी धर्मों के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा. पंजाब सरकार इन तीनों पवित्र शहरों में सफाई, सुरक्षा और आध्यात्मिक पर्यटन को लेकर एक विशेष बजट भी जारी करेगी. इसके लिए केंद्र सरकार से भी इसके लिए फंड की मांग की जाएगी.

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