कई बार आपको लगता होगा कि कुछ लोग बहुत ही भाग्यशाली हैं. उनके हर काम आसानी से हो जाते हैं और वह जिस काम में हाथ लगाते हैं, उन्हें सफलता मिलती है. दूसरी तरफ कुछ लोगों को छोटी-छोटी चीजों के लिए जीवन भर संघर्ष करना पड़ जाता है. मेहनत से वैसे तो अंसभव को भी संभव बनाया जा सकता है लेकिन भाग्य की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
ज्योतिष में शनि और मंगल द्वारा शासित राशियों को अन्य राशियों की तुलना में भाग्यशाली माना जाता है. इन राशियों पर शनि और मंगल की विशेष कृपा बरसती है जिससे इनके प्रयासों में भाग्य का भरपूर साथ मिलता है. आइए जानते हैं कौन सी हैं ये राशियां...
मंगल जहां भी साथ रहेगा, वहां कार्यों में तीव्रता रहेगी. इसे युद्ध का ग्रह माना जाता है. जिन राशियों का स्वामी ग्रह मंगल होता है, वे हमेशा आगे बढ़ते रहते हैं और इन राशि के लोगों को कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ता है. इस हिसाब से ये दो राशियां भाग्यशाली होती है...
मंगल द्वारा दो राशियां शासित होती हैं- मेष और वृश्चिक.
मेष-
मेष- ये जिस भी क्षेत्र में जाते हैं, अपना दबदबा बकायम कर लेते हैं. इनके अंदर गजब की सकारात्मक ऊर्जा होती है. यही वजह है कि इनका व्यक्तित्व भी बहुत प्रभावशाली होता है. जीतने की चाह मेष राशि के जातकों में कूट-कूट कर भरी होती है. भाग्य का साथ मिलने की वजह से ये मनचाही सफलता प्राप्त करते हैं.
वृश्चिक- भाग्यशाली होने के मामले में मंगल से प्रभावित वृश्चिक राशि दूसरे नंबर पर आती है. वृश्चिक राशि के
जातक जीतने के लिए ही बने होते हैं. इन्हें हमेशा वफादारी की उम्मीद रहती
है. वृश्चिक राशि के जातकों में बहुत ज्यादा प्रतिबद्धता होती है और ये हमेशा हर चुनौती से टकराने को तैयार रहते हैं. ये जो कहते हैं, उसे करके रहते हैं. यही बात इन्हें जीत दिलाने में मददगार साबित होती है.
वृश्चिक राशि के जातक अपनी लाइफ में अमूमन भाग्यशाली ही साबित होते हैं. इनकी जिंदगी में खुशियां बिछी रहती हैं और अक्सर ये जो चाहते हैं, वो पा लेते हैं.
वृश्चिक राशि-वृश्चिक राशि के जातक सभी राशियों में सबसे ज्यादा पैसनेट माने जाते हैं. अपनी लड़ाइयों में भी ये अपना वही पैशन दिखलाते हैं. वृश्चिक राशि के जातक अपने राज छिपाने के लिए जाने जाते हैं इसलिए ये अपने दुश्मनों के लिए खतरनाक साबित होते हैं. ये दुश्मनी भी दोस्ती की तरह ही पैसनेट होकर निभाते हैं.
मकर-
भाग्यशाली होने की लिस्ट में तीसरी राशि मकर राशि है. इस राशि का स्वामी शनि है. यह राशि व्यक्ति को चालाक और धनवान बना देती है. इस राशि के लोग अपने विषय में माहिर होते हैं. मकर राशि के लोग दुनिया में अपनी जगह बनाकर रहते हैं. इन्हें सामाजिक सीमाओं की परवाह नहीं होती है और ये हर संभावना तलाश करते हैं.
मकर राशि के जातकों को शनि की कृपा मिलती है लेकिन धीमी गति से. मकर राशि के लोगों को सफलता का स्वाद बहुत तेजी या अचानक चखने को नहीं मिलता. इनके मामले में 'देर आए, दुरुस्त आए' वाला मामला लागू होता है. चीजें मिलती है लेकिन थोड़े इंतजार के बाद.
मकर- शनि की कृपा दृष्टि इन्हें समझदार और बुद्धिमान दोनों बनाती है जिससे इन्हें अपनी सोची हुए लक्ष्य पूरे करने में मदद मिलती है.
कुंभ-
कुंभ राशि के जातक शनि से प्रभावित होते हैं. शनि ग्रह के स्वामी होने की वजह से ये लक्ष्य पर केंद्रित होते हैं और दुनिया को बदलने का माद्दा भी रखते हैं.
शनि को भले ही नकारात्मक प्रभाव से जोड़कर देखा जाता है लेकिन जिन राशियों पर शनि स्वयं शासन करता है, उन पर अपनी कृपा बरसाता है. शनि की कृपा की वजह से ये किसी भी काम को बीच में नहीं छोड़ते हैं. ये अपने मुकाम तक पहुंच कर रहते हैं.
कुंभ राशि के जातक बहुत परिश्रमी होते हैं. साथ ही दया और परोपकार की भावना भी इनके अंदर भरी होती है. इन दो गुणों वाले लोगों पर शनि वैसे भी अपनी मेहरबानी दिखाते हैं. इस वजह से कुंभ राशि के जातकों को सफलता मिलती है.