श्रावण शुक्ल पंचमी तिथि को नागों की पूजा का पर्व नागपंचमी मनाया जाता है. इस तिथि को भगवान शिव के आभूषण नागों की पूजा की जाती है. अगर कुंडली में राहु केतु की स्थिति ठीक न हो तो भी इस दिन विशेष पूजा से लाभ पाया जा सकता है. इस बार नागपंचमी का पर्व शनिवार, 25 जुलाई को मनाया जा रहा है. आइए जानते हैं इस दिन कौन से कार्यों से परहेज करना चाहिए.
1. इस दिन भूमि की खुदाई करना या खेत में हल चलाना बहुत अशुभ माना जाता है. इसलिए ऐसा करने से सख्त परहेज करना चाहिए. इसके अलावा साग भी नहीं तोड़ना चाहिए.
2. नाग पंचमी के दिन नुकीली और धारदार वस्तुओं के इस्तेमाल से बचना चाहिए. मुख्य रूप से
सूई-धागे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
3. चूल्हे पर खाना बनाने के लिए तवा और लोहे की कढ़ाही का उपयोग नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से नाग देवता को कष्ट हो सकता है.
4. नाग पंचमी के दिन किसी भी इंसान के लिए अपने मुंह से जहर ना उगलें. यानी किसी से लड़ाई-झगड़ा या गलत शब्द बोलने से बचना चाहिए.
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जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु भारी हैं, उन्हें इस दिन विशेष रूप से
नाग देवता की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से कुंडली में आ रही दिक्कतों को
दूर किया जा सकता है.
6. नाग पंचमी के दिन मांस या मदिरा-पान का भी सख्ती से परहेज करना चाहिए. भगवान शिव के मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है.
7. नाग पंचमी के दिन इस बात का ध्यान रखें कि शिवलिंग या नाग देव को दूध पीतल के लोटे से चढ़ाएं. जबकि जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का इस्तेमाल करें.
8. यह बात याद रखें कि हिंदू धर्म में नाग देवता के दूध से अभिषेक का महत्व बताया गया है. इसलिए नाग पंचमी पर दूध से अभिषेक कर सकते हैं, लेकिन दूध पिला नहीं सकते. इसके पीछे कई वैज्ञानिक तर्क भी दिए जाते हैं.