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धर्म

हनुमान जयंती: इन 5 गुप्त चौपाइयों का जाप करने से पूरी होगी हर मनोकामना

मंजू ममगाईं/aajtak.in
  • 19 अप्रैल 2019,
  • अपडेटेड 11:49 AM IST
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हमारा जीवन कई उतार-चढ़ाव का साक्षी होता है. ऐसे में अच्छे समय के साथ कई बार व्यक्ति को कठिन समय का भी सामना करना पड़ता है. जिसकी वजह से कई बार व्यक्ति हताश और निराश भी हो जाता है. अगर आपके जीवन में भी ऐसा ही कोई कठिन समय चल रहा है तो इस हनुमान जयंती अपनी परेशानी के अनुसार हनुमान चालीसा की इन 5 चौपाइयों का जाप करें. ऐसा करने से आप अपनी इच्छानुसार फल प्राप्त कर सकते हैं. आइए जानते हैं आखिर हनुमान चालीसा की कौन सी हैं वो 5 चमत्कारी चौपाइयां.

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हनुमान चालीसा में कई ऐसे रहस्य छिपे हुए हैं जिनकी मदद से व्यक्ति अपनी लाइफ की बड़ी से बड़ी परेशानी दूर कर सकता हैं. हिंदू धर्म के अनुसार हनुमान जी के भक्त हर सकंट से दूर रहते हैं. ऐसे में अगर आपके जीवन में भी पैसे, नौकरी या रिश्तों से जुड़ी कोई भी समस्या है तो इस हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा की इन 5 चौपाइयों का अपनी इच्छानुसार जाप करें.

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भूत-पिशाच निकट नहीं आवे।
महाबीर जब नाम सुनावे।।


यदि व्यक्ति को किसी भी प्रकार का भय परेशान कर रहा है तो वो रोजाना प्रातः और सायंकाल में 108 बार इस चौपाई का जाप किया करें. ऐसा करने से हर तरह के भय से मुक्ति मिलती है.

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अष्ट-सिद्धि नवनिधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।

हनुमान जी आठ सिद्धि और नौ निधियों को देने वाले भगवान हैं. हनुमान जी को यह वरदान माता सीता ने  दिया है. यदि जीवन में व्यक्ति को शक्तियों की प्राप्ति करनी है तो रोजाना, ब्रह्म महूर्त में आधा घंटा, इन पंक्तियों का जप करने से लाभ मिलता है.

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भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्रजी के काज संवारे।।

यदि कोई व्यक्ति शत्रुओं से परेशान हैं या व्यक्ति के कार्य नहीं बन पा रहे हैं तो हनुमान चालीसा की इस चौपाई का कम से कम 108 बार जप करना चाहिए.


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बिद्यबान गुनी अति चातुर।
रामकाज करीबे को आतुर।।

यदि किसी व्यक्ति को विद्या और धन चाहिए तो निम्न पंक्तियों के जप से हनुमान जी का  आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है. विद्या प्राप्त करने के लिए इस चौपाई का प्रतिदिन 108 बार जप करें.

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'सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना।'
 
इसका अर्थ है कि जो भी आपकी शरण में आता है, उन सब लोगों को आनन्द की प्राप्ति होती है. जब आप किसी व्यक्ति के रक्षक बन गए है तो फिर उसे किसी और से डरने की क्या जरूरत है.

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