5 जून को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. शुक्रवार को लगने वाला यह ग्रहण एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा, जिसे धार्मिक लिहाज से बहुत ज्यादा मान्यताएं नहीं दी जाती हैं. हालांकि ज्योतिषविद थोड़ी बहुत सावधानी बरतने की सलाह जरूर देते हैं. आइए आपको बताते हैं कि यह चंद्र ग्रहण कब और कहां देखा जा सकेगा और भारत में इसका कितना असर होगा.
कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण?
5 जून को होने जा रहे इस चंद्र ग्रहण को लोग एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में देख सकेंगे. भारत में भी यह ग्रहण तय समय पर दिखाई देगा.
भारत में किस वक्त दिखेगा चंद्र ग्रहण?
भात में यह चंद्र ग्रहण 5 जून को रात 11 बजकर 11 मिनट से आरंभ होगा और देर रात 2 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगा. यानी इस ग्रहण काल की कुल अवधि 2 घंटे 49 मिनट के आस-पास रहेगी.
कैसे देख पाएंगे चंद्र ग्रहण?
आमतौर पर खगोलविद और ज्योतिषविद दोनों ही चंद्र ग्रहण को नग्न आंखों से ना देखने की सलाह देते हैं. लेकिन यह एक उपछाया ग्रहण है, इसलिए आप इसे रात के वक्त नग्न आंखों से भी देख सकेंगे.
चंद्र ग्रहण का भारत में कितना असर?
शुक्रवार को होने वाले इस चंद्र ग्रहण का भारत में कुछ खास असर नहीं होगा. इसमें ना तो सूतक काल मान्य है और ना ही आपको तमाम धार्मिक व दैनिक क्रियाओं को रोकने की जरूरत है.
सूतक काल ना होने की वजह से पूजा-पाठ करने में कोई दिक्कत नहीं है. आप कुछ भी खा-पी सकते हैं. ग्रहण के दौरान नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से मनाही होती है, लेकिन इस चंद्र ग्रहण में ऐसा कुछ भी करने की जरूरत नहीं है.
इस दौरान सिर्फ कुछ ही लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. पीड़ित लोगों और गर्भवती महिलाओं को बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए. साथ ही ग्रहण काल खत्म होने के बाद स्नान जरूर कर लेना चाहिए.
क्या होता है उपछाया ग्रहण?
5 जून की रात को लगने वाला ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है. उपछाया ग्रहण को वास्तविक चंद्र ग्रहण नहीं माना जाता है. हर चंद्र ग्रहण के शुरू होने से पहले चंद्रमा धरती की उपछाया में अवश्य प्रवेश करता है, जिसे चंद्र मालिन्य या अंग्रेजी में Penumbra कहा जाता है. उसके बाद ही चंद्रमा धरती की वास्तविक छाया (Umbra) में प्रवेश करता है, तभी उसे चंद्रग्रहण कहते हैं.
ज्योतिष शास्त्र में उपछाया ग्रहण मान्य नहीं होता है. इस ग्रहण का ना तो पृथ्वी पर कोई असर होता है और ना ही इसके सूतक के नियम माने जाते हैं. यानी आप बिना किसी चिंता के वो सभी काम कर सकते हैं जो दैनिक जीवन के लिए जरूरी हैं.