राजस्थान में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं और राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस हाईकमान ने खास अपील की है. गुरुवार को गहलोत ने कहा, कांग्रेस को राज्य में सिर्फ 'जिताऊ' उम्मीदवारों को ही टिकट देना चाहिए और टिकट भी चुनाव से दो महीने पहले तय किए जाने चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में सफल होने के लिए धैर्य रखना चाहिए.
गहलोत यहां राजस्थान युवा कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों और नेताओं से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी करने का आह्वान किया और कहा, 'अगर आप आगे बढ़ना चाहते हैं तो इसे ध्यान में रखें. अगर पार्टी कोई फैसला लेती है (टिकट नहीं देने का) तो (आपको) दुख होगा, (लेकिन) ऐसे क्षण में जो धैर्य रखता है और आगे बढ़ता है, वह राजनीति में सफल हो जाता है.
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'ज्यादा मेहनत कर सकें, इसलिए पहले टिकट दिया जाए'
राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. गहलोत ने सिर्फ 'जिताऊ' या जीतने योग्य उम्मीदवारों को टिकट देने की वकालत की. उन्होंने कहा, पार्टी को चुनाव से दो महीने पहले उम्मीदवारों का फैसला करना चाहिए ताकि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ज्यादा मेहनत कर सकें और चुनावी प्रचार कर सकें.
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'सड़कों पर घूमते-घूमते थक जाते हैं नेता'
गहलोत ने कहा, 'अगर हमें चुनाव जीतना है तो जीतने योग्य उम्मीदवारों को ही टिकट दिया जाना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'हमने प्रदेश प्रभारी (सुखजिंदर रंधावा) से भी कहा है कि चुनाव से दो महीने पहले यह तय कर लिया जाए कि टिकट किसे मिलेगा. नेता भी चुनाव के वक्त दिल्ली की सड़कों पर घूमते-घूमते थक जाते हैं. कार्यक्रम में राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा समेत अन्य नेता भी मौजूद थे.
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