जयपुर पुलिस ने शुरू की इलेक्ट्रिक होवरबोर्ड पर गश्त, भीड़भाड़ वाले इलाकों में तेजी से मिलेगी सुरक्षा

जयपुर पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए इलेक्ट्रिक होवरबोर्ड पर गश्त की शुरुआत की है. यह तकनीक भीड़भाड़ वाले बाजारों, संकरी गलियों और पर्यटन स्थलों में तेजी से प्रतिक्रिया देने में मदद करेगी. फिलहाल पांच होवरबोर्ड ट्रायल के तौर पर इस्तेमाल किए जा रहे हैं, जिन पर पुलिसकर्मियों को विशेष ट्रेनिंग दी गई है.

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जयपुर पुलिस ने शुरू की इलेक्ट्रिक होवरबोर्ड पर गश्त जयपुर पुलिस ने शुरू की इलेक्ट्रिक होवरबोर्ड पर गश्त

रिदम जैन

  • जयपुर ,
  • 22 मई 2025,
  • अपडेटेड 4:39 PM IST

जयपुर पुलिस ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और आम नागरिकों की सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है. अब पुलिसकर्मी पारंपरिक पैदल या मोटरसाइकिल की बजाय इलेक्ट्रिक होवरबोर्ड पर गश्त करते नजर आ रहे हैं. यह कदम खासतौर पर भीड़भाड़ वाले बाजार, संकरी गलियों और पर्यटन स्थलों में त्वरित सुरक्षा देने के लिए उठाया गया है.

इस प्रयोग के तहत पुलिस विभाग ने पहले चरण में पांच होवरबोर्ड खरीदे हैं. इन उपकरणों में सेल्फ-बैलेंसिंग तकनीक के साथ एक हैंडल भी है, जिससे पुलिसकर्मी आसानी से दिशा नियंत्रित कर सकते हैं. होवरबोर्ड में पुलिस सायरन और माइक्रोफोन जैसे फीचर्स भी जोड़े गए हैं, जिससे तुरंत चेतावनी देना संभव होता है.

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इलेक्ट्रिक होवरबोर्ड पर गश्त करती दिखी जयपुर पुलिस 

पुलिसकर्मियों को होवरबोर्ड चलाने की खास ट्रेनिंग दी गई है, जिसमें संतुलन बनाए रखना और आपातकालीन स्थिति में प्रतिक्रिया देना शामिल है. यह उपकरण हल्का और चालाक है, जिससे भीड़भाड़ वाले इलाकों में तेजी से गश्त करना आसान हो जाता है.

इस नई तकनीक से पुलिस की गश्त अधिक गतिशील और प्रभावी होगी. जयपुर जैसे शहर में जहां संकरी गलियां और ट्रैफिक जाम आम हैं, वहां मोटरसाइकिल या कार से तेजी से गश्त करना मुश्किल होता है. वहीं पैदल गश्त में समय ज्यादा लगता है, होवरबोर्ड इस समस्या का समाधान साबित हो सकता है.

पुलिस विभाग ने पहले चरण में पांच होवरबोर्ड खरीदे

हालांकि, खराब सड़कों और बारिश में इसका उपयोग चुनौतीपूर्ण हो सकता है. फिलहाल यह योजना ट्रायल मोड में है. यदि सफल रही तो भविष्य में और अधिक होवरबोर्ड खरीदे जाएंगे और अन्य जिलों में भी इसे लागू किया जाएगा. महिला पुलिसकर्मियों को भी इसमें शामिल करने की योजना है. जनता में इस प्रयोग को लेकर उत्साह है,  सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, खासकर युवा वर्ग इसे भविष्य की पुलिसिंग मान रहा है.

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