बिहार के भागलपुर से डॉक्टर बनने का सपना लेकर कोटा आई 17 साल की छात्रा चार दिन से लापता है. वह NEET की तैयारी कर रही थी. छात्रा के कमरे से एक नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी मर्जी से इस कदम को उठाने के बारे में लिखा है.
घटना मंगलवार दोपहर 2:00 बजे की है, जब छात्रा अपने हॉस्टल से निकली और वापस ही नहीं लौटी. उसके बाद बुधवार सुबह 11:00 बजे हॉस्टल संचालक ने जवाहर नगर थाने पर रिपोर्ट दी. पुलिस ने टीमें बनाकर छात्रा की तलाश शुरू कर दी है.
रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं. दिल्ली, मुंबई और बिहार तक छात्रा को तलाशा जा रहा है. आज चार दिन होने को आ गए हैं. फिलहाल छात्रा का कोई सुराग नहीं लग पाया है.
बेटी के लापता होने की सूचना के बाद पिता अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ कोटा पहुंचे हैं और बेटी के आने का इंतजार कर रहे हैं. फिलहाल कुछ पता नहीं लग पाया है.
वहीं, बढ़ती चिंता दिनो-दिन पिता को तोड़ रही है कि आखिरकार उनकी बेटी कहां गई? और हर रोज पिता को इंतजार है कि जल्द से जल्द बेटी आ जाए. पिता भी अपने स्तर पर बेटी की तलाश करवा रहे हैं.
सवाल हॉस्टल संचालक पर भी उठता है कि आखिरकार मंगलवार दोपहर 2:00 बजे से छात्रा लापता थी, तो रात तक पुलिस को सूचना नहीं दी गई? बुधवार सुबह 11:00 जब छात्रा के भाई ने अपने दोस्त को फोन कर अपनी बहन के हॉस्टल भेजा, तब दोस्त ही हॉस्टल संचालक को लेकर थाने पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. 20 घंटे देरी से पुलिस को सूचना दी गई. शायद यह लापरवाही नहीं हुई होती तो शायद पुलिस के लिए छात्रा को खोजना आसान हो जाता.
एडिशनल एसपी दिलीप सैनी ने बताया कि हॉस्टल संचालक की तरफ से सूचना मिली थी. सूचना पर मामला दर्ज कर छात्रा की तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि छात्रा नाबालिग है. छात्रा के कमरे से एक नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी मर्जी से हॉस्टल छोड़कर जाने के आरे में लिखा है और जीवन को हानि पहुंचाने वाली जैसी कोई बात नहीं लिखी. हम छात्रा की तलाश कर रहे हैं.
चेतन गुर्जर