महाराष्ट्र में मॉनसून निर्धारित समय से लगभग दो हफ्ते पहले पहुँचा, जिसकी पहली ही बारिश ने मुंबई में जलभराव उत्पन्न किया और 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ा. सड़कें पानी में डूबीं, मेट्रो स्टेशन बंद हुए, अस्पतालों में पानी भरा; यह स्थिति बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के 2025-26 के 74,427 करोड़ रुपए के बजट और सफाई दावों के बावजूद है.