पश्चिम बंगाल में सियासत सुलग रही है. बीजेपी हुंकार भर रही है और टीएमसी घिर रही है. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मिशन बंगाल का ऐलान कर दिया है. इन सबके बीच सबसे दिलचस्प है असदुद्दीन ओवैसी का ये कहना कि उनकी पार्टी बंगाल में भी चुनाव लड़ेगी. बिहार में 5 सीट जीत कर ओवैसी के हौसले बुलंद हैं और अब उन्होंने अपनी नजरें पश्चिम बंगाल पर टिका ली हैं. तो क्या बिहार में ओवैसी ने जिस तरह महागठबंधन को झटका दिया उसी तरह बंगाल में दीदी को झटका देंगे क्यां? बंगाल में ओवैसी फैक्टर चलेगा क्या?