विजयदशमी के अगले दिन पड़ता है पापांकुशा एकादशी. इस तिथि का इतना ज्यादा महत्व है कि कहा जाता है कि इस तिथि पर पूजा-उपासना करने से, व्रत-उपवास रखने से पापों पर अंकुश लग जाता है, पापों का फल नष्ट हो जाता है, पापों का प्रायश्चित हो जाता है. क्या है इस पापांकुशा एकादशी की महिमा और क्या है पूजा विधान, जानिए चालचक्र में.