'सरेंडर करो, नहीं तो मारे जाआगे...', नक्सलियों को मध्य प्रदेश के CM मोहन यादव की सीधी चेतावनी

CM मोहन यादव ने कहा कि नक्सली आत्मसमर्पण कर दें, नहीं तो उनका सफाया कर दिया जाएगा. जो लोग अन्याय करते हैं, निर्दोषों का खून बहाते हैं और लाल सलाम का नारा लगाते हैं, उन्हें जीने का अधिकार नहीं है. आपको इस धरती पर जीने नहीं दिया जाएगा.

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CM ने बैज लगाकर पुलिस अधिकारियों को पदोन्नत किया. CM ने बैज लगाकर पुलिस अधिकारियों को पदोन्नत किया.

aajtak.in

  • बालाघाट ,
  • 13 मई 2025,
  • अपडेटेड 10:33 AM IST

नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में बोलते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि नक्सली आत्मसमर्पण कर दें, नहीं तो उनका सफाया कर दिया जाएगा.  प्रदेश की धरती पर नक्सल का खूनी खेल अब नहीं चलेगा.

CM यादव ने कहा, "नक्सली आत्मसमर्पण कर दें, नहीं तो उनका सफाया कर दिया जाएगा...जो लोग अन्याय करते हैं, निर्दोषों का खून बहाते हैं और लाल सलाम का नारा लगाते हैं, उन्हें जीने का अधिकार नहीं है. आपको इस धरती पर जीने नहीं दिया जाएगा."

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यादव बालाघाट की लांझी तहसील के रानी अवंतीबाई स्टेडियम में एक समारोह में बोल रहे थे, जहां 64 पुलिसकर्मियों को क्रम पूर्व पदोन्नति दी गई. ये पुलिसकर्मी उस ऑपरेशन में शामिल थे, जिसमें 19 फरवरी को बालाघाट में चार महिला नक्सलियों को मार गिराया गया था. 

मुख्यमंत्री ने कहा, "आप हमारे मासूम लोगों के बीच झूठ और गलत सूचना फैलाते हैं. आप कायरतापूर्ण तरीके से काम करते हैं. सरकार ऐसे तत्वों से निपटने में पूरी तरह सक्षम है."

उन्होंने कहा कि पूर्वी मध्य प्रदेश का बालाघाट कभी देश के 12 सबसे अधिक नक्सल प्रभावित जिलों में से एक था, लेकिन अब यह उस सूची में नहीं आता. सरकार की मंशा और पुलिस के परिश्रम से अब केंद्र सरकार ने बालाघाट को गंभीर समस्या वाली श्रेणी से बाहर कर अन्य श्रेणी में रखा है. बालाघाट में नक्सल गतिविधियों में गिरावट प्रशंसनीय है.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में साल 2026 तक देशभर से नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प लिया गया है. इसे पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार भी केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है. 

सीएम यादव ने कहा, "सरकार को हमारे पुलिसकर्मियों द्वारा दिखाए गए अदम्य साहस पर गर्व है. समाज की सेवा करने वाले अधिकारियों को सलाम."  

पदोन्नत किए गए पुलिसकर्मियों में विशेष नक्सल विरोधी हॉक फोर्स के 62, जिला पुलिस का एक और एमपी पुलिस बल की 36वीं बटालियन का एक पुलिसकर्मी शामिल है. 

एमपी के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने पुलिसकर्मियों की वर्दी पर सितारे लगाए. मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि आने वाले दिनों में पुलिस बल में 8500 कर्मियों की भर्ती की जाएगी.

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