Women Health Day 2022: अधिकतर महिलाओं को होती हैं ये 5 बीमारियां! ये हैं उनके कारण और बचाव के तरीके

इंटरनेशनल वुमन हेल्थ डे 2022 (International Women Health Day 2022) आज यानी 28 मई 2022 को मनाया जा रहा है. इस मौके पर महिलाओं में होने वाली कुछ कॉमन बीमारियां, उनके कारण और बचाव के तरीके इस आर्टिकल में जानेंगे.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 मई 2022,
  • अपडेटेड 10:56 AM IST
  • इंटरनेशनल वुमन हेल्थ डे 28 मई को होता है
  • महिलाओं को हेल्थ के लिए अवेयर करना इसका उद्देश्य है
  • महिलाओं को कुछ बीमारियां हो सकती हैं

International Women Health Day 2022: इंटरनेशनल वुमन हेल्थ डे हर साल 28 मई को मनाया जाता है. इस दिन को इंटरनेशनल डे फॉर द एक्शन ऑफ वुमन हेल्थ के रूप में भी जाना जाता है. इस दिन को सेलिब्रेट करने का उद्देश्य महिलाओं को उनकी सेहत से संबंधित जानकारी देना है.

महिलाएं अक्सर काम, पढ़ाई और परिवारिक जिम्मेदारी के कारण अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पातीं. इसके बाद अगर किसी बीमारी की शुरुआत भी होती है तो वे लक्षणों को पहचान नहीं पातीं और समय के साथ-साथ वे गंभीर बीमारी का रूप ले सकते हैं. इसलिए महिलाओं को अपनी सेहत की ओर खास ख्याल देना चाहिए. इस आर्टिकल में हम महिलाओं को होने वाली कॉमन बीमारियां, उनके लक्षण और उनसे बचने के तरीके के बारे में जानेंगे. 

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1. ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer)

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे कॉमन समस्या मानी जाती है. हार्मोनल बदलाव या अन्य कारणों से यह समस्या हो सकती है. दरअसल, जब स्तन कोशिका के डीएनए को नुकसान होता है तब स्तन कैंसर होता है. BRCA1 और BRCA2 जीन का म्यूटेशन स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है और यह पैरेन्ट्स से बच्चों में पहुंच सकता है. 

ब्रेस्ट कैंसर की जांच मैमोग्राम और एमआरआई द्वारा की जा सकती है. स्तन कैंसर का इलाज लम्पेक्टोमी द्वारा किया जाता है जो कि स्तन कैंसर के ट्यूमर हटाने की प्रोसेस है. वजन को कंट्रोल करके ब्रेस्ट कैंसर से बचा जा सकता है. 

2. हार्ट डिसीज (Heart Disease)

हार्ट संबंधित समस्या पुरुष और महिलाओं में काफी कॉमन बीमारी हो गई है. हार्ट मानव शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. जब भ्रूण बनता है तब से ही हार्ट अपना काम करना शुरू कर देता है और मृत्यु होने तक करता ही रहता है. महिलाओं को हार्ट संबंधित बीमारियों का खतरा अधिक रहता है जिनमें शामिल हैं: 

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एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis): यह धमनियों के कठोर होने के कारण होती है. इससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का जोखिम रहता है.

असामान्य धड़कन (Heart Arrhythmias): इस स्थिति में हार्ट की रिदम असामान्य हो जाती है. 

हार्ट के मसल्स कठोर होना (Dilated Cardiomyopathy): इस स्थिति में हार्ट के मसल्स मोटे और कठोर हो जाते हैं, जिसके कारण थकावट, पैरों में सूजन, सूजन और सांस की तकलीफ होने लगती है. 

हार्ट डिसीज के कारण:

डायबिटीज
मोटापा
धूम्रपान
फैमिली हिस्ट्री
डिप्रेशन

डायबिटीज, किडनी की बीमारी और हाई ब्लड प्रेशर वाली महिलाओं में हार्ट रोग विकसित होने का खतरा अधिक होता है.

हार्ट डिसीज से बचने के तरीके :

तली हुई चीजों और नमक का सेवन कम करें
हेल्दी लाइफस्टाइल रखें
कम से कम 3 से 4 दिन एक्सरसाइज करें
शराब का सेवन ना करें
धूम्रपान छोड़ें
दवाएं समय पर लें
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखें
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करें
स्ट्रेस न लें
डायबिटीज कंट्रोल में रखें
बैलेंस डाइट लें

3. डिप्रेशन (Depression)

महिलाएं कई बार उदास महसूस करती हैं. यदि ये भावनाएं लंबे समय तक बनी रहती हैं तो यह उस महिला और उसके आसपास के लोगों को प्रभावित कर सकती हैं. यह स्थिति डिप्रेशन कहलाती है. इसके बारे में खुलकर बात करना चाहिए. 

डिप्रेशन के ये कारण होते हैं: 

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आनुवांशिकी
स्ट्रेस
पोषण की कमी
दिमाग में कैमिकल का असंतुलन
कुछ घटनाएं
हेल्थ कंडीशन
हार्मोन असंतुलन

डिप्रेशन का इलाज:

डिप्रेशन से बचने के लिए खुलकर बात करें और डॉक्टर से भी मिलें
डिप्रेशन से पीड़ित लोगों को पर्याप्त मात्रा में नींद लेनी चाहिए
रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए
पौष्टिक भोजन करना चाहिए
सोशल नेटवर्किंग से दूर रहें

4. मोटापा (Obesity)

महिलाओं में मोटापा पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovary syndrome) के कारण हो सकता है. मोटापे से ग्रस्त महिलाओं को डायबिटीज और हार्ट संबंधित बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है. 

मोटापा इन कारणों से हो सकता है:

स्ट्रेस
आनुवांशिकी
एक्टिव ना रहना
खाना न खाना
दवाओं का अधिक प्रयोग
डिप्रेशन
हार्ट की बीमारी
कैंसर

मोटापे को ऐसे करें कम:

रोजाना एक्सरसाइज
सही न्यूट्रिशन
लाइफस्टाइल में परिवर्तन
मिठाई से बचें
तली हुई चीजों से परहेज करें
अधिक खाने से बचें

5. डायबिटीज (Diabetes)

डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है जो तब होता है, जब शरीर पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है. डायबिटीज दो प्रकार की होती है, टाइप 1, टाइप 2. 

महिलाओं में मधुमेह के ये कारण हैं:

बुढ़ापा
अधिक वजन
अनुवांशिक
एक्सरसाइज की कमी
हाई कोलेस्ट्रॉल
हाई ब्लड प्रेशर
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

डायबिटीज से बचे रहने के तरीके:

अच्छी डाइट लें
एक्सरसाइज करें
वजन बढ़ने से बचें
शराब न पिएं 
धूम्रपान छोड़ें
पर्याप्त पानी पिएं
तली हुई चीजों से परहेज करें
हेल्दी ब्लड कोलेस्ट्रॉल बनाए रखें
ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखें

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