Kidney Health: किडनी की सेहत के लिए 'ज्यादा पानी पिएं' की बरसों पुरानी सलाह अभी भी सबसे अच्छी मानी जाती है लेकिन अपोलो और फोर्टिस अस्पतालों के जाने-माने नेफ्रोलॉजिस्ट ने किडनी स्टोन से बचाव के लिए एक ज्यादा स्वादिष्ट तरीका बताया है.
किडनी स्टोन, जिसे अक्सर सबसे दर्दनाक मेडिकल कंडीशन में से एक बताया जाता है, तब होता है जब कैल्शियम और ऑक्सालेट जैसे मिनरल्स किडनी में एक साथ जमा हो जाते हैं. हालांकि कुछ खास ड्रिंक्स नेचुरल इनहिबिटर का काम कर सकते हैं जो आपके यूरिन की केमिस्ट्री को बदलकर स्टोन बनने से पहले ही रोक देते हैं.
1. नींबू का रस है साइट्रेट का पावरहाउस
दिल्ली के जसोला विहार में स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. जयंत के होता की टॉप सिफारिशों में ताजा नींबू का रस शामिल है. डॉ. होता ने अंग्रेजी वेबसाइट 'हिंदुस्तान टाइम्स' को बताया, 'ताजा नींबू का रस साइट्रेट से भरपूर होता है जो कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन का एक नेचुरल इनहिबिटर है. यह उस तरह का स्टोन है जो 80 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को प्रभावित करता है. साइट्रेट यूरिन में कैल्शियम से जुड़कर काम करता है जिससे यह ऑक्सालेट से जुड़ नहीं पाता.
तरीका- एक या दो नींबू को 8 औंस पानी में निचोड़ें. रोजाना दो बार पीना सबसे अच्छा है.
फायदा- क्लिनिकल ट्रायल्स से पता चलता है कि इससे यूरिनरी साइट्रेट 20-30 प्रतिशत तक बढ़ सकता है, जिससे दोबारा होने का खतरा 87 प्रतिशत तक कम हो जाता है.
2. संतरे का रस है अल्कलाइजर
डॉ. होता ने कहा कि संतरे के रस में नींबू से भी ज्यादा साइट्रेट होता है और यह यूरिन को ज्यादा अल्कलाइन बनाने में मदद करता है जिससे स्टोन बनने के लिए खराब माहौल बनता है.
फायदा- एक 8-औंस गिलास में लगभग 500mg साइट्रेट होता है.
प्रो-टिप-वहीं, दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल के नेफ्रोलॉजिस्ट और रीनल सर्विसेज के कंसल्टेंट डॉ. हरेश डोडेजा ने इस दौरान चेतावनी दी कि संतरे का रस क्रिस्टल के सुपरसैचुरेशन को कम करता है लेकिन डायबिटीज के मरीजों को इसमें मौजूद नेचुरल शुगर की वजह से इसे सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए.
3. ब्लैक कॉफी देती है हैरान करने वाली सुरक्षा
इस सोच के उलट कि कॉफी से स्टोन होता है, दो लाख से ज्यादा लोगों पर हुई रिसर्च से पता चलता है कि रेगुलर कॉफी पीने वालों में इसका खतरा 10-20 प्रतिशत कम होता है.
यह कैसे काम करता है: कॉफी एक हल्के ड्यूरेटिक के रूप में काम करती है जिससे यूरिन की मात्रा बढ़ती है, जबकि इसके पॉलीफेनोल्स कैल्शियम ऑक्सालेट क्रिस्टलाइजेशन को दबाते हैं.
एक्सपर्ट्स रोजाना 1-3 कप पीने की सलाह देते हैं. फायदे बनाए रखने के लिए ज्यादा चीनी और क्रीम से बचें.
4. ग्रीन टी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर
डॉ. होता के अनुसार, ग्रीन टी में शक्तिशाली कैटेचिन (जैसे EGCG) होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं. ये कंपाउंड यूरिन में मौजूद फ्री कैल्शियम से जुड़ जाते हैं जिससे पथरी बनने की शुरुआती प्रक्रिया या 'न्यूक्लिएशन' बाधित होता है.
ग्रीन क्यों? इसमें ब्लैक टी की तुलना में ऑक्सालेट की मात्रा काफी कम होती है जिससे यह पथरी बनने वाले लोगों के लिए एक सुरक्षित विकल्प है.
5. नारियल पानी प्राकृतिक रूप से शरीर को करता है साफ
गर्म मौसम के लिए आदर्श नारियल पानी एक प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक है जो पोटेशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है.
क्या होता है असर- डॉ. होता ने कहा कि नई स्टडीज से पता चलता है कि यह सादे पानी की तुलना में यूरिन में क्रिस्टल बनने की प्रक्रिया को 40-50 प्रतिशत तक कम कर सकता है. यह कई स्पोर्ट्स ड्रिंक्स में पाए जाने वाले सोडियम ओवरलोड के बिना यूरिन की मात्रा और सिट्रेट के स्तर को बढ़ाता है.
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