Heart Day 2025: दिमाग को रखेंगे शांत तो दिल भी रहेगा सेहतमंद, अपनाएं ये हेल्दी आदतें

यह बात हम सभी ने सुनी है कि हमारी मेंटल हेल्थ हमारी फिजिकल हेल्थ से जुड़ी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके दिल की सेहत का भी आपके दिमाग से कनेक्शन होता है. वास्तव में पिछले कुछ सालों में हुईं कई रिसर्च यह बताती हैं कि खराब मानसिक स्वास्थ्य दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकता है.

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दिल को स्वस्थ कैसे रखें (Photo: AI generated) दिल को स्वस्थ कैसे रखें (Photo: AI generated)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:08 PM IST

भारत में कहावत है कि चिंता चिता समान होती है. हालांकि यह काफी पुरानी है लेकिन विज्ञान इसे आज के समय में बहुत प्रासंगिक मानता है. चिंता को इंग्लिश में Anxiety कहते हैं जो आजकल काफी सामान्य और बढ़ती हुई समस्या है. चाहे वह काम का दबाव हो, इकॉनमिक क्राइसिस या फिर व्यक्तिगत चुनौतियां, हमारा मन अक्सर ऐसा महसूस करता है जैसे वह लगातार दौड़ रहा हो. थोड़ी चिंता-फिक्र होना सामान्य है लेकिन लगातार होने वाली एंजाइटी हमारी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है, खासकर हमारे दिल पर. इसलिए हर किसी को मेंटल हेल्थ को गंभीरता से लेना चाहिए.

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क्या कहते हैं वैज्ञानिक

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन तनाव और चिंता को दिल की बीमारियों के इनडायरेक्ट कारणों में गिनता है. हालांकि आपके मन को शांत करने और साथ ही दिल की रक्षा करने के कुछ आसान तरीके भी मौजूद हैं. इनमें एक तरीका है माइंडफुलनेस. ध्यान से जुड़ी यह पुरानी तकनीक, चिंता कम करने और ओवरऑल हेल्थ को बढ़ावा देने के लिए असरदार उपाय के रूप में पॉपुलर हो रही है.

दिल को स्वस्थ रखने के लिए माइंडफुलनेस टिप्स
हम अपनी रोज के जीवन में माइंडफुलनेस को कैसे शामिल कर सकते हैं, यहां उसके कुछ आसान टिप्स बताए गए हैं.

1. ध्यान से सांस लें
सांस लेना माइंडफुलनेस के सबसे सरल और सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है. चिंता के दौरान हमारी सांस अक्सर धीमी या तेज हो जाती है जिससे दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. अपनी सांस को धीमा करने से शरीर का 'रेस्ट एंड डाइजेस्ट' रिस्पॉन्स सक्रिय होता है.

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इसके लिए सबसे पहले आराम से बैठें, अपनी आंखें बंद करें और नाक से 1 से 4 गिनते हुए गहरी सांस लें. एक पल के लिए रोकें, फिर 1 से 6 गिनते हुए धीरे-धीरे मुंह से सांस बाहर निकालें. इसे पांच मिनट तक दोहराएं, खासकर चिंता के समय. समय के साथ यह अभ्यास न केवल आपके मन को शांत करेगा बल्कि आपके हृदय प्रणाली को तनाव से बेहतर तरीके से निपटने में भी मदद करेगा.

2. बॉडी स्कैन का अभ्यास करें
क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि चिंता शारीरिक रूप से कैसे प्रकट होती है. कंधे का तनाव, जबड़े का कस जाना और दिल की धड़कन तेज होना इसके आम लक्षण हैं. बॉडी स्कैन ध्यान आपको इन तनावों को पहचानने और उन्हें दूर करने में मदद कर सकता है.

सबसे पहले बैठने या लेटने के लिए एक शांत जगह ढूंढें. धीरे-धीरे अपना ध्यान सिर से पैर तक ले जाएं. किसी भी तनाव के बिना सांस छोड़ने पर उस तनाव के खत्म होने का कल्पना करें. जो लोग इस तकनीक का अभ्यास करते हैं, उनके अनुसार, इससे नींद की दिक्कत कम होती है और दिल पर तनाव भी दूर रहता है.

3. माइंडफुल वॉक अपनाएं
अगर आपको ध्यान के लिए एक ही जगह पर बैठना मुश्किल लगता है तो माइंडफुल वॉक करना बढ़िया विकल्प हो सकता है. यह अभ्यास आपको फिजिकल एक्टिविटी (शारीरिक गतिविधि) और माइंडफुलनेस प्रैक्टिस दोनों के लाभ एक-साथ देता है.

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इसके लिए आप शांत वातावरण में 10-15 मिनट तक पैदल चलें. अपने कदमों की लय, जमीन पर पैरों के लगने का एहसास और आसपास की आवाजों पर ध्यान दें. अगर आपका ध्यान भटकने लगे तो धीरे-धीरे अपना ध्यान फिर से चलने की क्रिया पर केंद्रित करें. यह व्यायाम न केवल आपके दिल के लिए अच्छा है बल्कि यह आपके मन को शांत रखने का भी एक शानदार तरीका है.

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