क्या नारियल तेल से बालों को नुकसान भी हो सकता है? जानें सच्चाई

लोग आज भी बालों में नारियल का तेल सबसे अधिक इस्तेमाल करते हैं. सोशल मीडिया पर कई ऐसे दावे हैं जिसमें बताया जा रहा है कि नारियल का तेल सिर को नुकसान पहुंचा सकता है. इस दावे पर रिसर्च और डॉक्टर क्या कहती हैं, इस बारे में जानेंगे.

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अधिकतर लोग नारियल का तेल ही सिर में लगाते हैं. (Photo: FreePic) अधिकतर लोग नारियल का तेल ही सिर में लगाते हैं. (Photo: FreePic)

आजतक लाइफस्टाइल डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 29 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 12:50 PM IST

बालों की केयर के लिए दशकों से एक चीज जो चली आ रही है वो है 'हेयर ऑयल'. हम जब छोटे थे तब से लेकर अभी तक एक ही बात बताई गई है कि तेल लगाने से बाल तेजी से बढ़ते हैं और उन्हें सुरक्षा मिलती है. आज बढ़ती हुई हेयर केयर इंडस्ट्री के कारण भले ही मार्केट में अलग-अलग तरीके के तेल आ गए हों लेकिन अधिकतर घरों में एक ऑयल जो सबसे अधिक यूज होता है वो है नारियल का तेल.

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नारियल तेल, स्कैल्प कंडीशनिंग के रूप में काफी सुरक्षित माना जाता है लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका अधिक यूज स्कैल्प की स्किन को चिपचिपा बना देता है जिसके कारण धूल चिपकने लगती है और कई समस्याएं हो सकती हैं. हाल ही में एक फिटनेस इंफ्लूएंसर प्रियांक मेहता ने इंस्टाग्राम रील्स में दावा किया है कि अधिक तेल लगाने से आपके सिर की स्किन को नुकसान हो सकता है.

क्या कहा वीडियो में?

प्रियांक ने नारियल का तेल लगाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा, 'अधिक तेल लगाने से आपके बाल खराब हो सकते हैं. दरअसल, तेल की मोटी परत गर्मी, पसीने और सीबम को सोख लेती है. यह प्राकृतिक माइक्रोबायोम को नुकसान पहुंचाती है और फंगस पनपने लगता है. घंटों तक सिर पर तेल लगाकर छोड़ना गलत है क्योंकि रिसर्च से पता चलता है कि 30-40 मिनट तक सिर में तेल लगा रहना पर्याप्त है जबकि एक्स्ट्रा तेल केवल धूल और प्रदूषण को इकट्ठा करता है.'

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क्या कहती हैं रिसर्च?

रिसर्च बताती हैं कि नारियल का तेल अधिक लगाने का प्रभाव इसके उपयोग के तरीके और स्कैल्प की स्थिति के आधार पर अलग हो सकता है. 2021 की एक रिसर्च में 140 हेल्दी और रूसी वाली भारतीय महिलाओं को शामिल किया गया और दोनों को अलग-अलग ग्रुप में बांटकर नारियल तेल के उपयोग से स्कैल्प माइक्रोबायोम पर पड़ने वाले प्रभाव की जांच की गई.

रिसर्च में पाया गया कि 16 हफ्ते तक के बाद, 'रूसी वाली महिलाओं के स्कैल्प में क्यूटीबैक्टीरियम एक्नेस और मालासेजिया ग्लोबोसा की प्रचुरता में वृद्धि देखी गई जो रूसी के मापदंडों से नकारात्मक रूप से संबंधित थे. वहीं स्वस्थ स्कैल्प वाली महिलाओं में बायोटिन मेटाबॉलिज्म में वृद्धि हुई और फंगल पैदा करने वाले पैथाजंस में कमी आई. रिसर्चर्स ने निष्कर्ष निकाला कि यह तेल सिर पर मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करता है, खासतौर पर वे बैक्टीरिया जो बायोटिन जैसे जरूरी पोषक तत्व बनाते हैं.'

2024 की स्टडी में बताया गया कि वेजिटेबल ऑयल बालों के रेशों के साथ किस प्रकार उनके डैमेज को कम करते हैं. रिसर्चर्स ने नारियल, एवोकाडो और आर्गन तेलों को सामान्य और ब्लीच किए बालों पर लगाया और टेस्ट किय़ा. रिजल्ट में पाया गया कि नारियल और एवोकाडो तेल बालों की बाहरी परत पर एक मजबूत परत बना देते हैं, जो पानी से होने वाले नुकसान से बालों को बचाती है. इससे बालों में टूट-फूट कम होती है, वे ज्यादा मजबूत बनते हैं और उनकी प्राकृतिक सुरक्षा बनी रहती है. कुल मिलाकर, ये तेल बालों की हेल्थ को अंदर से बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.

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2024 के एक रिव्यू में ये भी पाया गया था कि नारियल तेल में मौजूद प्रोटीन और गाढ़ा चिकनापन छिद्रों के बंद होने, सूजन, खुजली और बालों के झड़ने का कारण बन सकता है. इसमें यह भी बताया गया कि नारियल तेल का ज़्यादा इस्तेमाल बालों के प्राकृतिक नमी संतुलन को बिगाड़ सकता है, जिससे बाल रूखे, बेजान और बेजान हो सकते हैं.

क्या कहती हैं डॉक्टर?

नई दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में डर्मेटोलॉजी डिपार्टमेंट की डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ. रश्मि सरकार ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया, 'नारियल तेल को प्राइमरी न्यूट्रिशन नहीं माना जा सकता बल्कि ये एक कंडीशनर है. तेल वास्तव में बालों को पोषक तत्व नहीं देता जैसा कि बहुत से लोग मानते हैं. यह कंडीशनर की तरह काम करता है. जैसे मॉइस्चराइजर शरीर के लिए काम करता है, वैसे ही नारियल तेल जैसे तेल बालों को कंडीशन करते हैं और उन्हें रूखा होने से बचाते हैं.'

'तेल सिर धोने से पहले 30-40 मिनट तक लगाना पर्याप्त है लेकिन अधिक तेल लगाना सही नहीं है. खासकर भारत के गर्म और ह्यूमिडिटी वाले मौसम में. ज्यादा तेल स्कैल्प को चिपचिपा बना सकता है जिससे धूल सिर में चिपक जाएगी और जलन या फॉलिकुलिटिस भी पैदा हो सकते हैं. कोई भी लिक्विड पदार्थ जो स्कैल्प पर बहुत देर तक चिपका रहता है, वह सूक्ष्मजीवों के पनपने का माध्यम बन सकता है.'

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'नारियल तेल सबसे सुरक्षित वेजिटेबल ऑयल है. सरसों का तेल जो फोटो-कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस का कारण बन सकता है. बादाम का तेल जलन पैदा कर सकता है लेकिन नारियल का तेल सबसे अच्छा है.'

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