Fat Burning Tea: सर्दी हो या गर्मी, चाय भारतीयों की जिंदगी का अहम हिस्सा है. दिन की शुरुआत करनी हो या ठंड में खुद को गर्म रखना हो, एक कप चाय सब कुछ ठीक कर देती है. भारत में चाय सिर्फ एक ड्रिंक नहीं, बल्कि आदत है. लेकिन सर्दियों में भी कई लोगों के मन में एक सवाल रहता है क्या रोज चाय पीने से पेट निकलता है और वजन बढ़ता है? इसी वजह से कुछ लोग चाय छोड़ने तक की सोचने लगते हैं.
आयुर्वेदिक डॉक्टर सलीम जैदी कहते हैं कि चाय छोड़ना जरूरी नहीं है. अगर चाय को सही तरीके से और सही चीजों के साथ पिया जाए, तो ये नुकसान की बजाय फायदा भी कर सकती है. ठंड के मौसम में चाय शरीर को गर्म रखने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म को भी सपोर्ट करती है, जिससे वजन कंट्रोल में रहने में मदद मिलती है. असल दिक्कत चाय नहीं, बल्कि उसमें डाली जाने वाली गलत चीजें होती हैं. ज्यादा चीनी, ज्यादा दूध या गलत फ्लेवर चाय को अनहेल्दी बना देते हैं. सही इनग्रेडिएंट्स के साथ बनाई गई चाय सर्दियों में भी आपकी आदत बनी रह सकती है, बिना वजन बढ़ने की टेंशन के.
चाय क्यों बनती है फायदेमंद
अक्सर लोग वजन घटाने या सेहत सुधारने के लिए चाय में अदरक, दालचीनी, काली मिर्च और अजवाइन जैसी चीजें डालते हैं. सर्दियों के मौसम में ये चीजें खास तौर पर फायदेमंद मानी जाती हैं, क्योंकि इनकी तासीर गर्म होती है और ये शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करती हैं.
ठंड के मौसम में चाय खुद भी शरीर को गर्माहट देती है. ऐसे में जब उसमें अदरक, दालचीनी या काली मिर्च जैसी चीजें मिलाई जाती हैं, तो ये सर्दी-जुकाम से बचाव, पाचन सुधारने और मेटाबॉलिज्म को एक्टिव रखने में मदद करती हैं. यही वजह है कि सर्दियों में चाय को छोड़ने की जरूरत नहीं होती. बस ध्यान इतना रखना चाहिए कि इसमें चीनी और दूध की मात्रा ज्यादा न हो, ताकि चाय सेहत के लिए नुकसान की बजाय फायदा कर सके. इसके साथ ही चाय सीमित मात्रा में ही पिएं.
बिना दूध की चाय ही देगी असली फायदा
डॉ. जैदी कहते हैं अगर मकसद वजन कम करना है, तो चाय बिना दूध की होनी चाहिए. दिन में दो कप चाय काफी मानी जाती है और ज्यादा से ज्यादा तीन कप तक सीमित रहना बेहतर होता है. जरूरत से ज्यादा चाय पीना सेहत को फायदा नहीं, नुकसान ही पहुंचा सकता है, चाहे वह कितनी भी हेल्दी क्यों न हो.
पुदीना: पुदीना शरीर को ठंडक देता है और पाचन को बेहतर करता है. डॉ.जैदी बताते हैं कि पुदीने की खुशबू ही भूख को कंट्रोल करने में मदद करती है. आयुर्वेद के मुताबिक, पुदीना शरीर में बढ़े हुए पित्त को शांत करता है, जिससे गर्मी और बेचैनी कम होती है. पुदीने वाली ब्लैक टी पीने से ब्लोटिंग कम होती है और बार-बार कुछ खाने की इच्छा भी घटती है. यही वजह है कि वजन घटाने वालों के लिए यह एक अच्छा ऑप्शन मानी जाती है.
सौंफ: गर्मी के मौसम में पेट फूलना और भारीपन महसूस होना आम समस्या है. सौंफ इस परेशानी में राहत देती है. आयुर्वेद में सौंफ को पाचन को मजबूत करने वाली चीज माना गया है. वहीं मॉडर्न रिसर्च बताती है कि सौंफ भूख को बैलेंस रखती है और ओवरईटिंग से बचाने में मदद करती है. चाय में सौंफ मिलाने से पेट रिलैक्स रहता है और खाना आसानी से पचता है. इसकी ठंडी तासीर इसे गर्मियों के लिए बिल्कुल सही बनाती है.
हरी इलायची: अक्सर इलायची को सिर्फ खुशबू के लिए चाय में डाला जाता है, लेकिन इसके फायदे इससे कहीं ज्यादा हैं. हरी इलायची मेटाबॉलिज्म को सपोर्ट करती है और शरीर में जमा एक्स्ट्रा पानी को बाहर निकालने में मदद करती है. आयुर्वेद में इसे सभी बॉडी टाइप के लिए सुरक्षित माना गया है. इलायची वाली ब्लैक टी खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें मीठा खाने की ज्यादा क्रेविंग होती है.
तीनों को मिलाकर बनाएं समर स्पेशल फैट बर्निंग चाय
डॉ.जैदी बताते हैं अगर आप तीनों चीजों का फायदा एक साथ लेना चाहते हैं, तो पुदीना, सौंफ और इलायची को मिलाकर चाय बनाई जा सकती है. ये चाय गर्म भी पी जा सकती है और ठंडी करके आइस्ड टी की तरह भी. गर्मी में ये ड्रिंक शरीर को फ्रेश रखती है और मेटाबॉलिज्म को एक्टिव बनाए रखती है.
इन बातों का ध्यान रखना जरूरी
हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है. अगर आपको एसिडिटी या पाचन से जुड़ी कोई समस्या है, तो किसी एक चीज से शुरुआत करें. डायबिटीज के मरीज शहद या गुड़ से बचें. सबसे जरूरी बात यह है कि इस तरह की चाय में दूध और चीनी डालने से पूरा फायदा खत्म हो जाता है.
आजतक लाइफस्टाइल डेस्क