'दलगत राजनीति से ऊपर उठें, वंचितों के कल्याण पर करें ध्यान', उत्तराखंड के विधायकों को राष्ट्रपति मुर्मू संदेश

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उत्तराखंड की धरती सदैव आस्था, साहस और शौर्य की परंपरा को आगे बढ़ाती रही है. यहां के युवा बड़ी संख्या में सेना में शामिल होकर देश की रक्षा में योगदान देते हैं

Advertisement
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड विधानसभा को संबोधित किया (Photo- ITG) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड विधानसभा को संबोधित किया (Photo- ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:50 PM IST

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को उत्तराखंड के विधायकों से अपील की कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोगों, खासकर वंचित वर्गों के विकास और कल्याण के लिए पूरी लगन से काम करें. उन्होंने कहा कि विधायक सरकार और जनता के बीच सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं.

राष्ट्रपति मुर्मू उत्तराखंड विधानसभा की रजत जयंती के अवसर पर आयोजित एक विशेष सत्र को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि विधानसभाएं हमारी संसदीय प्रणाली का एक प्रमुख स्तंभ हैं, जिसमें संविधान निर्माताओं ने जवाबदेही को लगातार अधिक महत्व दिया है.

Advertisement

अपने विधायक रहने के अनुभव का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, "यदि विधायक जन समस्याओं को हल करने और सेवा की भावना से लोगों के कल्याण के लिए सक्रिय रूप से जुड़े रहते हैं, तो लोगों और उनके प्रतिनिधियों के बीच विश्वास का बंधन अटूट रहेगा."

उन्होंने युवाओं की पीढ़ी को विकास के अवसर प्रदान करने को भी प्राथमिकता देने पर ज़ोर दिया. उत्तराखंड की उपलब्धियों की सराहना राज्य को रजत जयंती पर बधाई देते हुए, राष्ट्रपति मुर्मू ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया, जिनके कार्यकाल में नवंबर 2000 में उत्तराखंड का निर्माण हुआ था.

यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति भवन में 'साहित्यिक सम्मेलन' का उद्घाटन कर महामहिम द्रौपदी मुर्मु ने साहित्य आज तक में दिया वचन निभाया

उन्होंने कहा कि 25 साल की यात्रा में, उत्तराखंड ने पर्यावरण, ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचे, डिजिटल और भौतिक कनेक्टिविटी सहित कई क्षेत्रों में प्रभावशाली विकास लक्ष्य हासिल किए हैं, जिससे राज्य में मानव विकास सूचकांक के कई पैरामीटर में सुधार हुआ है.

Advertisement

राष्ट्रपति ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में राज्य के प्रयासों की सराहना की और उम्मीद जताई कि सुशीला बलूनी, बछेंद्री पाल, गौरा देवी, राधा भट्ट और वंदना कटारिया जैसी असाधारण महिलाओं की गौरवशाली परंपरा जारी रहेगी. उन्होंने ऋतु खंडूरी भूषण को पहली महिला स्पीकर नियुक्त करने के लिए विधानसभा की प्रशंसा की.

राष्ट्रपति मुर्मू ने उत्तराखंड विधानसभा सदस्यों द्वारा समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू करने की भी प्रशंसा की. उन्होंने उत्तराखंड लोकायुक्त विधेयक, उत्तराखंड जमींदारी उन्मूलन और भूमि सुधार विधेयक, और एंटी-कॉपीइंग बिल जैसे 550 से अधिक पारित विधेयकों का विशेष रूप से उल्लेख किया.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement