उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड के महोबा जिले के एक उप प्रभागीय न्यायाधीश (SDM) ने पर्यावरण को बचाने के लिए अनोखी पहल शुरू की है. एसडीएम ने अपनी अदालत में आने वाले आरोपियों से जमानत के बदले एक पौधा लगाने का आदेश दिया है. इतना ही नहीं, अगली पेशी पर आने पर अपने मोबाइल में लगाए गए पौधे की फोटो खींचकर लाना और उसे दिखाना पड़ेगा.
महोबा जिले की कुलपहाड़ तहसील के SDM पीयूष जायसवाल ने पर्यावरण को लेकर यह अनूठी पहल शुरू की है. SDM पीयूष जायसवाल ने शांति भंग के आरोपियों को जमानत देते हुए उन्हें पौधे लगाने और उनकी देखभाल करने का आदेश दिया है. उन्होंने कल यानी शुक्रवार से पौधे लगाने की शर्त पर जमानत देना शुरू किया है. शर्त यह है कि जमानत के बाद आरोपी एक पौधा लगाएगा और उसकी देख भाल भी करेगा.
कुलपहाड़ थाना कोतवाली इलाके के शिवम तिवारी और प्रेमी सिंह शुक्रवार को शांति भंग के आरोप में जमानत कराने SDM कोर्ट पहुंचे थे. SDM जायसवाल ने दोनों आरोपियों को सशर्त जमानत देते हुए अपनी तरफ से उन्हें एक-एक पौधा दिया. साथ ही पौधे के बड़े होने तक उनकी देखभाल करने का आदेश दिया. यह भी हिदायत भी दी कि मुकदमा चलाने के दौरान जब भी दोनों पेशी पर आएं, तो अपने मोबाइल में लगाए गए पौधे की फ़ोटो खींचकर साथ लाएं ताकि यह पता चल सके कि पौधे की देखभाल सही तरीके से की जा रही है या नहीं. SDM की इस अनोखी पहल की बार एशोसिएशन और पर्यावरण प्रेमियों ने जमकर तारीफ की है.
इस अनोखी पहल करने वाले SDM पीयूष जायसवाल ने बताया कि पर्यावरण के प्रति हर व्यक्ति को जागरूक करने के लिए यह शुरुआत की है. अब देखते हैं कि यह पहल कहां तक कामयाब होती है.
(इनपुट- नाहिद अंसारी)
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