उन्नाव रेप केस पीड़िता के कार हादसे की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने तेज कर दी है. सीबीआई की नजर में इस केस के लिए अहम गवाह माने जा रहे रायबरेली के मोहम्मद शोहराब से जांच एजेंसी ने 3 घंटे से ज्यादा वक्त तक पूछताछ की. सीबीआई को लगता है कि शोहराब इस केस के अहम गवाह या फिर लिंक साबित हो सकते हैं.
इंडिया टुडे की टीम ने कार हादसे की इस सबसे अहम कड़ी को ढूंढ निकाला. रायबरेली के मोहम्मद शोहराब वही शख्स हैं जिनके पास पीड़िता की कार को टक्कर मारने वाला ट्रक और उसका ड्राइवर आए थे. शोहराब रायबरेली की एक मंडी में मोरंग (ट्रक में लदा हुआ था) सप्लाई में बिचौलिए का काम करता है.
इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए मोहम्मद शोहराब ने बताया कि घटना के दिन ट्रक सुबह हमारे पास तकरीबन 6 बजे आ गया था, एक ही मालिक के 4 ट्रक वहां आए. उसने बताया कि ट्रक जब रायबरेली आता है तो राजघाट के पास ही खड़ा होता है. ट्रक के माल का रेट लगभग 8 से 8.30 बजे के बीच उसने तय कर बिकवा दिया.
उसका कहना है कि ट्रक मंडी में लगभग 10 बजे पहुंचा. उसके बाद ट्रक खाली हुआ और रायबरेली से 12-12:15 बजे के लगभग निकल गया. लगभग 1 बजे ट्रक मालिक का फोन आया कि ट्रक का एक्सीडेंट हो गया है. वह तुरंत मौके पर गया. पुलिस फोर्स मौके पर थी, ट्रक साइड पर लगवाया और ट्रक मालिक को फोन करके बता दिया.
हादसे की जांच में जुटी सीबीआई ने मोहम्मद शोहराब से लंबी पूछताछ की. इसके बाद शोहराब ने बताया कि सीबीआई ने उससे कई घंटे पूछताछ की. ट्रक कैसे और कब आया. साथ ही ड्राइवर से कैसे और किस तरह की बात हुई. जो कुछ हुआ था वो सब मैंने आपको बता ही दिया है.
उसने आगे बताया कि सीबीआई ने मुझसे ड्राइवर के बारे में पूछा कि उसे कब से जानते हो. मैंने सब बता दिया कि उसे 8 सालों से जनता हूं, वह अच्छा लड़का है उसका कोई क्रिमिनल केस नहीं है.
शोहराब ने कहा, 'सीबीआई ने मुझसे विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के बारे में पूछा मैंने बता दिया कि मैं नहीं जानता. ड्राइवर का सेंगर के साथ कनेक्शन के बारे में पूछा तो मैंने बताया कि मेरे हिसाब से ड्राइवर सेंगर को नहीं जानता होगा, बाकी अल्लाह जाने कि वो जानता है या नहीं.' उसने बताया कि सीबीआई ने मेरे 3 फोन नंबर पूछे जो मेरे पास हैं. मैंने सब बता दिया. हालांकि उन्होंने कहा कि फिर जरूरत हुई तो सीबीआई वाले उसे फिर से बुलाएंगे.
अरविंद ओझा