पीएम मोदी के इस दावे पर अमित शाह ने फेरा पानी, TMC ने पूछा- कौन है झूठा?

दरअसल, अमित शाह ने गुरुवार को ट्वीट किया- पुरुलिया में विशाल रैली को संबोधित किया. ममता सरकार सभी मोर्चों पर असफल रही है.

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अमित शाह और पीएम मोदी (फाइल फोटो) अमित शाह और पीएम मोदी (फाइल फोटो)

रणविजय सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 29 जून 2018,
  • अपडेटेड 12:03 AM IST

2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह देश के कई हिस्सों का दौरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में शाह पश्चिम बंगाल का भी दौरा करने पहुंचे. अपने दौरे के दूसरे दिन गुरुवार (28 जून) को बीजेपी अध्यक्ष ने पुरुलिया का दौरा किया. यहां उन्‍होंने एक रैली को संबोधित भी किया. लेकिन अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इस रैली के बाद किए गए शाह के ट्वीट पर पीएम नरेंद्र मोदी और शाह को घेरा है. और पूछा है- आखिर मोदी और शाह में से झूठ कौन बोल रहा है.

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क्‍या है वो ट्वीट?

दरअसल, अमित शाह ने गुरुवार को ट्वीट किया- 'पुरुलिया में विशाल रैली को संबोधित किया. ममता सरकार सभी मोर्चों पर असफल रही है. लोगों की स्वच्छ पेयजल, बिजली और राशन जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच नहीं है. आम लोगों के लिए कोई विकास नहीं हुआ है, लेकिन टीएमसी गुंडे आगे बढ़ गए हैं.'

इस ट्वीट में शाह के मुताबिक, पुरुलिया में बिजली नहीं मिल रही. टीएमसी ने इसी बात को लेकर शाह और मोदी को घेरा है. टीएमसी ने शुक्रवार को ट्वीट एक ट्वीट किया. जिसमें एक ओर पीएम मोदी का ट्वीट है और दूसरी ओर अमित शाह का ट्वीट है. पीएम मोदी के 28 अप्रैल को किए गए ट्वीट में ये बताया गया है कि किया कि आज भारत के प्रत्‍येक गांव तक बिजली पहुंच गई है. वहीं, शाह के ट्वीट के मुताबिक, पुरुलिया में अभी बिजली की पहुंच नहीं है.

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इस तरह से टीएमसी ने दो ट्वीट आमने सामने रखकर मोदी और शाह पर हमला किया है. अब देखना होगा बीजेपी की ओर से इस मामले में क्‍या कहा जाता है.

लाल किले पीएम ने किया था ऐलान

बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2015 को लाल किले की प्राचीर से एक हजार दिन के भीतर उन 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचाने का ऐलान किया था, जहां आजादी के 7 दशक बाद भी बिजली नहीं पहुंच पाई है. समय सीमा पूरी होने से 12 दिन पहले 28 अप्रैल को ही यह लक्ष्य हासिल करने का दावा खुद पीएम मोदी की ओर से किया गया था. प्रधानमंत्री ने यह काम पूरा करने के लिए 1000 दिन का समय दिया था जो 10 मई को पूरा होता. केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक देश के सभी पांच लाख 97 हजार 464 गांवों में अब बिजली पहुंच चुकी है.

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